जनधन योजना के 11.50 लाख खाते बंद, जीरो बैलेंस पर छह साल पहले खुलवाया गया था खाता
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में सालाना प्रीमियम 12 रुपये और जीवन ज्योति बीमा योजना में वार्षिक प्रीमियम 330 रुपये जमा करना पड़ता है। लेकिन 11.50 लाख खाता धारकों ने यह मामूली धनराशि भी जमा नहीं की। इसलिए इनको इस योजना का लाभ नहीं मिला है।
राजकुमार श्रीवास्तव, प्रयागराज। देश में भाजपा सरकार बनने के बाद जनधन योजना के तहत जीरो बैलेंस पर संगमनगरी के 26,59,645 लोगों के खाते खुलवाए गए थे। खाता खुलवाने के बाद 11,50,042 लोगों ने लेनदेन ही नहीं किया। सालों बाद भी इनके खाते में जीरो बैलेंस ही रहे। इनको किसी योजना का लाभ नहीं लिया और यह दुबारा बैंक भी नहीं गए। इसलिए अब इनके खातों को बंद कर दिया गया है।
11.50 लाख खाता धारकों ने यह मामूली धनराशि भी जमा नहीं की
जनधन खाताधारकों के लिए केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और जीवन ज्योति बीमा योजना शुरू की गई थी। जिले में प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के 12,97,924 और जीवन ज्योति बीमा योजना के 2,11,679 लाभार्थी हैं। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में सालाना प्रीमियम 12 रुपये और जीवन ज्योति बीमा योजना में वार्षिक प्रीमियम 330 रुपये जमा करना पड़ता है। लेकिन 11.50 लाख खाता धारकों ने यह मामूली धनराशि भी जमा नहीं की। इसलिए इनको इस योजना का लाभ नहीं मिला है। दोनों योजनाओं के तहत किसी तरह की दुर्घटना में लाभार्थियों को दो-दो लाख रुपये का लाभ मिलता है। जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत बैंकों द्वारा अब तक कुल 961 दावों का निस्तारण किया गया। इसके लिए करीब 17.56 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया गया। वहीं, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत 115 केसों का निस्तारण करते हुए 1.54 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। यह योजनाएं करीब छह साल पहले लागू की गई थीं। सहायक लीड बैंक मैनेजर बिलाल अहमद का कहना है कि खाते में पैसा न जमा करने पर तीन साल तक तो जीवित रहता है। उसके बाद खाते बंद कर दिया जाता है। जो खाता खुलवाना चाहेगा, उसे फिर से जीवित कराना पड़ेगा।
नंबर गेम
- 12,97,924 लाभार्थी प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के
- 2,11,679 लाभार्थी जीवन ज्योति बीमा योजना के
- 1076 दावों का किया गया निस्तारण
- 19.1 करोड़ रुपये किया गया भुगतान