बढ़ रहा जलजनित बीमारियों का प्रकोप
इलाहाबाद : बारिश के बाद शुरू होने वाले डेंगू जैसे जलजनित रोगों के इलाज के लिए सरकारी अस्
इलाहाबाद : बारिश के बाद शुरू होने वाले डेंगू जैसे जलजनित रोगों के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में तैयारियां तेज हो गई हैं। ऐसे मरीजों को एक अलग व विशेष वार्ड में भर्ती किया जाता है। वहीं तेजबहादुर सप्रू अस्पताल (बेली) में डेंगू मरीजों के लिए बेहतर इंतजाम पहले ही कर लिए गए हैं। यह वार्ड आर्थोपेडिक ओपीडी के बगल में ही बनाया गया है। इसमें सभी बेड पर मच्छरदानी व साफ चादर आदि रखवा दिए गए हैं। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार अखौरी ने बताया कि डेंगू के लिए अलग वार्ड तैयार कर लिया गया है।
बारिश के बाद डेंगू जैसी बीमारियों का प्रकोप शुरू हो जाता है। इसके लिए लोगों को पहले से ही सावधानियां बरतने की आवश्यकता होती है। वैसे स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि चिह्नित जगहों पर दवाओं का छिड़काव कार्य भी चल रहा है। लेकिन गांवों में यह छिड़काव महज खानापूर्ति तक ही सीमित है।
पाठक का पूरा गांव भी चपेट में : सोरांव तहसील के पाठक का पुरा गांव भी कुपोषण का शिकार है। यहां विभाग की तरफ दवाओं का छिड़काव तक नहीं हो सका। अभी तीन दिन पहले ही गांव निवासी उमेश के डेढ़ वर्षीय बेटे दीपक की मौत हो गई थी, जबकि मोनू की दो साल की बेटी प्रिया भी गंभीर है।
यह है डेंगू के प्रमुख लक्षण : डेंगू के संक्रमण से होने वाले बुखार की तीव्रता काफी तेज होती है। इसमें सिर दर्द, आखों में दर्द, आखों के पीछे दर्द, बदन में दर्द और जोड़ों में दर्द के लक्षण दिखाई देते हैं। यदि शरीर का तापमान कम होने लगे तो भी सतर्क हो जाएं। कमजोरी और सुस्ती से इन लक्षणों का अंदाजा लगाया जा सकता है। बुखार के साथ नाक या मसूड़ों से खून भी आ सकता है। बुखार के साथ आखें भी लाल दिखाई दे देती हैं। बुखार आने के तीसरे या चौथे दिन के बाद त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते दिखाई देना। बुखार जाने के बाद खुजली वाले चकत्ते भी उभर आते हैं। चकत्ते पैर और हाथ के तलवे पर होते हैं, जिनमें असहनीय खुजली होती है।
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