गांव की राजनीति में गई युवक की जान, आरोपितों पर कार्रवाई को लेकर हंगामा Aligarh news
छर्रा कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रुमामई में प्रधानी चुनाव के वोट को लेकर दबंगों ने युवक के साथ लाठी-डंडों से जमकर मारपीट की जिसमें पांच लोग घायल हो गए। गंभीर अवस्था में उपचार के दौरान मंगलवार की देर शाम युवक की मेडिकल कालेज में मौत हो गई।
अलीगढ़, जेएनएन : छर्रा कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रुमामई में प्रधानी चुनाव के वोट को लेकर दबंगों ने युवक के साथ लाठी-डंडों से जमकर मारपीट की, जिसमें पांच लोग घायल हो गए। गंभीर अवस्था में उपचार के दौरान मंगलवार की देर शाम युवक की मेडिकल कालेज में मौत हो गई। पोस्टमार्टम कराने के बाद स्वजन ने देर रात शव को रखकर कोतवाली प्रांगण में पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए धरना दिया। बाद में पुलिस ने समझा बुझाकर युवक के शव को गांव पहुंचाया। सीओ बरला सुमन कनौजिया ने मौके पर पहुंचकर स्वजन को सांत्वना दी और हल्का इंचार्ज के खिलाफ विभागीय कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया है।
29 मार्च को होली के दिन हुआ था विवाद
जानकारी के अनुसार 29 मार्च को रुमामई के ग्रामीण होली मना रहे थे। मृतक के भाई राजपाल ने बताया कि गांव के कुछ दबंग लोग उन पर प्रधानी के चुनाव में अपने पक्ष में वोट देने का दबाव बनाने लगे। मना करने पर आए दिन धमकी देते रहते हैं। होली के दिन वह लोग उसके घर पर आ गए और उसके भाई मोहन सिंह से गालीगलौज करने लगे। सभी के हाथों में लाठी-डंडा व लोहे की रॉड थी। मोहन सिंह ने उनसे बचने के लिए घर से भागने का प्रयास किया तो उन लोगों ने उसे गांव के बाहर खेत पर पकड़ लिया और लाठी-डंडों आदि से उसके साथ जमकर मारपीट की। बचाने आए प्रताप सिंह, नेम सिंह, पूजा देवी, बौबी व लाखन सिंह को मारा पीटा। उसके बाद वह लोग धमकी देते हुए भाग गए। राजपाल ने बताया कि वह अपने भाई को लेकर छर्रा कोतवाली पहुंचे और पुलिस को मामले की तहरीर दी। छर्रा सीएसचसी पर प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टर ने मोहन सिंह को अलीगढ रेफर कर दिया। जहां पर मंगलवार की देर शाम उपचार के दौरान मोहन सिंह की मौत हो गई।
हल्का दारोगा पर लापरवाही का आरोप
मोहन सिंह के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद स्वजन व ग्रामीण देर रात छर्रा कोतवाली पहुंच गए और प्रांगण में ही शव को रखकर कार्रवाई की मांग करने लगे। स्वजन का आरोप है कि हल्का दारोगा ने मामले के प्रति कोई भी गंभीरता नहीं दिखाई। आरोपितों के खिलाफ उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की और ना ही कोई कार्रवाई की, जिससे सभी आरोपित खुलेआम घूम रहे हैं। शव को लेकर स्वजन धरना पर बैठ गए। सूचना पर थाना गंगीरी व बरला का पुलिसबल मौके पर पहुंच गया। काफी देर तक ग्रामीणों को समझाने बुझाने के बाद शव को गांव पहुंचाया।
सीओ बरला ने स्वजन को बंधाया ढांढस
बुधवार को सीओ बरला सुमन कनौजिया गांव पहुंची और स्वजन को सांत्वना देते हुए पूरे प्रकरण के बारे में जानकारी की। बाद में सीओ बरला ने ग्रामीणों को कार्रवाई का आश्वासन देते हुए हल्का दारोगा के खिलाफ भी जांच कराकर विभागीय कार्रवाई का भरोसा दिलाया, तब कहीं जाकर ग्रामीण शांत हुए और शव का अंतिम संस्कार की प्रक्रिया कराई गई। सीओ ने मृतक के बच्चों को ढांढस बंधाया तथा उनका रुदन देखकर वह भी भावुक हो गईं।
तीन भाइयों में सबसे छोटा था मोहन
मृतक मोहन सिंह तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उसकी पत्नी पर छोटे-छोटे चार बेटी व एक बेटा है। मोहन सिंह गांव में व मजदूरी पर हलवाईगीरी का काम करके परिवार का जैसे तैसे पालन पोषण करता था। घटना को लेकर ग्रामीणों में आरोपितों के खिलाफ काफी रोष व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि दबंगों के भय के चलते लोग आवाज उठाने से डरते हैं। मृतक के स्वजन मुकेश कुमार ने पुलिस को तहरीर देते हुए बताया कि मंगलवार को वह अपने खेत पर था। उसी समय उसने एक आरोपी गनपत को देखा तो पुलिस को सूचना देने के लिए वह पीछे गया। आरोप है कि जब उन लोगों को पता चल गया कि वह उनका पीछा कर रहा है तो गनपत ने तमंचा से उसके ऊपर फायर कर दिया, जिससे वह बाल-बाल बच गया।
आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
सीओ बरला सुमन कनौजिया का कहना है कि मारपीट के मामले में घटना के दिन ही पुलिस द्वारा आरोपित देवेंद्र कुमार, देवराज सिंह व सुरेश के खिलाफ मारपीट की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मृतक के स्वजन द्वारा घटना में एक और आरोपी गनपत का भी शामिल होना बताया जा रहा है। दोषियों के खिलाफ कडी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पूरे प्रकरण की विवेचना की जा रही है। हल्का इंचार्ज के आरोपों की जांच कराई जाएगी।