ससुर की हत्या में अतरौली के सजायाफ्ता ने आगरा जेल में दी जानAligarh News
ससुर की हत्या में उम्रकैद की सजा काट रहे अतरौली के युवक ने आगरा की सेंट्रल जेल में फंदे पर झूलकर जान दे दी। वह चार साल से जेल में बंद था।
अलीगढ़ [जेएनएन]। ससुर की हत्या में उम्रकैद की सजा काट रहे अतरौली के युवक ने आगरा की सेंट्रल जेल में फंदे पर झूलकर जान दे दी। वह चार साल से जेल में बंद था।
ये था मामला
अतरौली के मोहल्ला ब्रह्मïनपुरी निवासी आलोक गुप्ता (42) की 2001 में अमरोहा के थाना गजरौला क्षेत्र के गांव धनौरा निवासी नंद किशोर की बेटी से शादी हुई थी। कुछ समय बाद विवाद होने पर पत्नी अलग हो गई। इससे आलोक डिप्रेशन में चले गए। 2006 में ससुर नंदकिशोर अतरौली आए। इसी दौरान हुई कहासुनी में आलोक ने नंद किशोर की तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने आलोक, उसके छोटे भाई अंशुल व मां सरोज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
बेटे के इंतजार में मां ने दम तोड़ा
आलोक की मां सरोज व छोटे भाई अंशुल को जमानत मिल गई। जमानत से छूटने के बाद बेटे के जेल से रिहा होने के इंतजार में मां गंभीर रूप से बीमार हो गई। करीब सात साल पहले सरोज ने दम तोड़ दिया।
डिप्रेशन में था आलोक
आगरा सेंट्रल जेल के जेलर एसपी मिश्रा ने बताया कि आलोक को ससुर की हत्या में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। 26 जुलाई-15 से वह जेल में निरुद्ध था। तभी से डिप्रेशन का इलाज चल रहा था। बुधवार रात ड्यूटी पर तैनात बंदी रक्षक ने उसे बैरक में खंूटी पर जूतों के फीते के फंदे से लटका देखा। शोर मचाने पर पहुंचे स्टाफ ने फंदे से नीचे उतारा, तब तक वह दम तोड़ चुका था।