अलीगढ़ औद्योगिक क्षेत्र के तालानगरी में जख्म बांट रहीं 'जख्मी' सड़कें, पांच साल से नहीं हुई मरम्मत
उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में ताला नगरी स्थित सेक्टर-टू की सड़कें जर्जर हैं। रामघाट रोड से जुड़े मुख्य मार्ग व इससे जुड़े ङ्क्षलक मार्ग भी टूटे हुए हैं। इन सड़कों में एक से डेढ़
अलीगढ़ जेएनएन: उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में ताला नगरी स्थित सेक्टर-टू की सड़कें जर्जर हैं। रामघाट रोड से जुड़े मुख्य मार्ग व इससे जुड़े ङ्क्षलक मार्ग भी टूटे हुए हैं। इन सड़कों में एक से डेढ़ फुट के गहरे गड्ढे हैं। जिसके चलते चारपहिया लोडर वाहनों के आए दिन एक्सल टूट जाते हैं। कार क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। पिछले पांच साल से सड़कों की मरम्मत तक नहीं हुई है। गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं।
यह है मौजूदा हाल
तालानगरी की इस औद्योगिक आस्थान को विकसित करने व देखरेख की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास निगम (यूपीएसआइडीसीए) पर है। यह विभाग उद्यमियों से मेंटीनेंस चार्ज वसूलता है। इससे होने वाली आय से इस औद्योगिक क्षेत्र में सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। निर्माण विभाग को सरकार समय समय पर अतिरिक्त बजट भी देती है।
सेक्टर-टू के साथ सेक्टर वन की भी कुछ सड़कें जर्जर हैं। रामघाट रोड के सर्विस रोड भी टूटे पड़े हैं। उद्यमी हर उद्योग बंधु की बैठक में इस समस्या को उठाते रहे हैं। चौकाने वाली बात यह है कि शासन स्तर से आवासीय सहित दोनों व्यावसायिक सेक्टरों की सड़कों की मरम्मत के लिए करीब साढे छह लाख रुपये भी मंजूर किए गए थे। इसमें आवासीय व सेक्टर वन में टेंडर प्रक्रिया के बाद मरम्मत भी करा दी गई। मगर सेक्टर टू की टेंडर प्रक्रिया के बाद फाइल ही गुम हो गई। इसमें बड़ी साजिश की बू आ रही है। उद्यमी इस मामले की जांच की मांग भी कर चुके हैं।
मेरी फैक्ट्री सेक्टर-टू में हैं। टूटी सड़क के गड्ढे भरने व मरम्मतीकरण के लिए कई बार प्रशासन से कहा गया। हर बार टेंडर होने का तर्क दिया गया। सड़क पर काम नहीं हुआ है।
मोहित गुप्ता, उद्यमी
पांच साल से सड़क टूटी है। उद्यमियों से मेंटीनेंस समय पर ही चाहिए। सुविधाओं के नाम पर विभाग नजरें फेर लेता है। निर्माण कार्य की फाइल लापता होने की जांच होनी चाहिए।
प्रशांत गुप्ता, उद्यमी