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अलीगढ़ में हादसे में घायल महिला ने स्वास्थ्य राज्यमंत्री के पैरों में गिरकर मांगा इलाज

अतरौली क्षेत्र में सुबह हुए एक हादसे में घायल महिला ने इलाज न मिलने की शिकायत करते हुए मंत्री के पैर पकड़ लिए।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 04:37 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 04:37 PM (IST)
अलीगढ़ में हादसे में घायल महिला ने स्वास्थ्य राज्यमंत्री के पैरों में गिरकर मांगा इलाज
अलीगढ़ में हादसे में घायल महिला ने स्वास्थ्य राज्यमंत्री के पैरों में गिरकर मांगा इलाज

अलीगढ़ (जेएनएन)। : दीनदयाल अस्पताल में शुक्रवार को स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग के सामने ही व्यवस्थाओं की असलियत आ गई। अतरौली क्षेत्र में सुबह हुए एक हादसे में घायल महिला ने इलाज न मिलने की शिकायत करते हुए मंत्री के पैर पकड़ लिए। जिसे मंत्री के निर्देश के बाद मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया। यह महिला सुबह अस्पताल आई थी। इसनमें बताया कि अतरौली क्षेत्र के गांव तेबकू में बाइक को किसी वाहन ने टक्कर मार दी। इससे वह और उसका धेवता घायल हो गया। अस्पताल में ठीक से इलाज नहीं मिल रहा। मंत्री ने इस संबंध में चिकित्सा अधिकारियों से बात की। इसके बाद इसका इलाज किया गया और बाद में रेफर कर दिया गया। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने अस्पताल में मौजूद व्यवस्थाओं को देखा। साथ ही दवा की उपलब्धता की जानकारी ली। 

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भाजपा नेताओं ने ही शारीरिक दूरी की उड़ाई धज्जियां 

मंत्री के निरीक्षण के दौरान भाजपा नेताओं ने ही शारीरिक दूरी के नियम की धज्जियां उड़ा दी। गाड़ी से उतरते ही नेताओं ने मंत्री को घेर लिया और भीड़ जैसे हालात हो गए। बाद में एक सोफा पर तीन की बजाय दस -दस लोग बैठे। यह देख हर कोई अचरज में था। 

मंत्री को सुनाई स्क्रैप कारोबारी के बेटे ने लापरवाही की कहानी 

कोरोना से मृत स्क्रैप कारोबारी के बेटे ने मंत्री से मुलाकात कर चिकित्सकों की लापरवाही की कहानी सुनाई। मंत्री गेस्ट हाउस में सांसद व विधायक के साथ बैठक कर रहे थे, तभी स्क्रैप कारोबारी का बेटा वहां पहुंच गया और चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि चिकित्सकों की लापरवाही के चलते ही उसके पिता की मौत हुई है। 

क्या है मामला 

माणिक चौक निवासी 55 वर्षीय कारोबारी को कोरोना के शक में 17 मई को छेरत क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती कराया गया था। वे ब्लड प्रेशर व बीपी के मरीज थे। नियमानुसार उन्हें जिला अस्पताल या दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए था, क्योंकि क्वारंटाइन सेंटर में लोगों को केवल सैंपल लेने के लिए ही रखा जाता है। कारोबारी के मामले में ऐसा नहीं किया गया। 18 मई को कारोबारी की मृत्यु हो गई, वहीं उनकी रिपोर्ट में पॉजिटिव आई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। साथ ही इलाज को लेकर सीएमओ से हुई कारोबारी के बेटे की बातचीत की रिकॉडिंग भी सार्वजनिक की। सीडीओ ने इस मामले की जांच कर शनिवार को रिपोर्ट डीएम को दी थी।


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