स्नातक की राह में रोड़ा बना विदहेल्ड का ठप्पा, किसी के अंक नहीं दिख रहे तो किसी विषय गायब Aligarh news
यूपी बोर्ड ने 31 जुलाई को हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम जारी किए थे। परिणामों में कई विसंगतियां भी सामने आईं। किसी विद्यार्थी के अंक नहीं दिख रहे तो किसी के विषय ही गायब हैं। इनको सही करने काम भी किया जा रहा है।
अलीगढ़, जेएनएन। यूपी बोर्ड ने 31 जुलाई को हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम जारी किए थे। परिणामों में कई विसंगतियां भी सामने आईं। किसी विद्यार्थी के अंक नहीं दिख रहे तो किसी के विषय ही गायब हैं। इनको सही करने काम भी किया जा रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्कत इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों के सामने आई है। वे विद्यार्थी जिनके परिणाम में विदहेल्ड (रुका) लिखा है, उनकी स्नातक में प्रवेश की राह में रोड़ा आ गया है।
प्रमोटेड छात्र को अगली कक्षा में प्रवेश देने के निर्देश
यूपी बोर्ड ने हाल ही में आदेश जारी कर सहूलियत की थी कि जिनके परिणाम में प्रमोटेड लिखा है उनको अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा। मगर जिनके परिणाम में विदहेल्ड लिखा है उनके लिए कोई आदेश नहीं जारी किया गया। अब इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों के सामने दिक्कत है कि जब तक उनका परिणाम जारी नहीं हो जाता तब तक वे डिग्री कालेज में प्रवेश के लिए वेब रजिस्ट्रेशन नहीं करा सकते। बिना वेब रजिस्ट्रेशन के प्रवेश मिलना नहीं हैं। डा. भीमराव आंबेेडकर विश्वविद्यालय आगरा की ओर से वेब रजिस्ट्रेशन कराने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 31 अगस्त कर दिया गया है। अब इंटरमीडिएट के विदहेल्ड परिणाम वाले विद्यार्थी असमंजस में हैं कि परिणाम ठीक होने तक अगर अंतिम तिथि निकल गई तो रजिस्ट्रेशन कैसे हाेगा? डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया सभी प्रधानाचार्यों की जिम्मेदारी है कि ऐसे प्रकरणों को तत्काल सही कराएं। बोर्ड कार्यालय में दस्तावेज दिखाकर ये काम प्रधानाचार्य ही करा सकते हैं, विद्यार्थी नहीं। बोर्ड स्तर से जल्द विसंगतियां दूर करने का प्रयास जारी है।
बढ़ाई जा सकती है अंतिम तिथि
डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा की जनसंपर्क अधिकारी डा. सुनीता गुप्ता ने कहा कि यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं के सामने ये गंभीर समस्या है। हालांकि विश्वविद्यालय ने वेब रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 31 अगस्त तक निर्धारित की है लेकिन, अगर विदहेल्ड परिणाम के प्रकरण समय से न सुलझे तो हो सकता है विश्वविद्यालय स्तर से तिथि को आगे बढ़ाया जाए।मगर बोर्ड को इन प्रकरणों को जल्द निपटाना होगा, जिससे डिग्री कालेजों में प्रवेश की प्रक्रिया न अटकें।