पति पर वाट्सएप के जरिए तलाक देने का आरोप लगाया, अब समझौते को तैयार
प्रो. युसूफ ने कहा कि जब यही करना था तो बात इतनी क्यों बढ़ाई? मैंने अभी तलाक नहीं दिया है और समझौता करने की स्थिति नहीं है।
अलीगढ़ (जागरण संवाददाता)। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में संस्कृत विभाग के चेयरमैन प्रो. खालिद बिन युसूफ पर वाट्सएप पर तलाक देने का आरोप लगाकर सुर्खियों में आईं पत्नी यासमीन खालिद 24 घंटे बाद ही समझौते की राह पर आ गईं। परिवार को टूटने से बचाने की दुहाई देते हुए कहा, 'मैं सरेंडर करना चाहती हूं, केस भी वापस ले लूंगी।'
उनके साथ रह रहीं बेटी इब्रा भी इसी पक्ष में है। वहीं, प्रो. युसूफ ने कहा कि जब यही करना था तो बात इतनी क्यों बढ़ाई? मैंने अभी तलाक नहीं दिया है और समझौता करने की स्थिति नहीं है।
प्रो. खालिद युसूफ की कश्मीर निवासी पत्नी यासमीन खालिद से 1995 में निकाह किया था। उनके दो बेटियां इला, इब्रा व बेटा उसैद है। इला व इब्रा कलाकार हैं और इंडियाज गॉट टैलेंट में भाग ले चुकी हैं। पिछले कुछ दिनों से मियां-बीवी के संबंधों में खटास पैदा हुई और मामला तलाक तक पहुंच गया। प्रो. खालिद दो बार 30 सितंबर व एक नवंबर को तलाक बोल चुके हैं। कानून के हिसाब से अभी एक बार तलाक और होना है, तभी वह मान्य होगा।
प्रोफेसर ने वाट्सएप के अलावा रजिस्टर्ड पत्र से भी पत्नी को दो बार तलाक की कार्रवाई भेजी थी। ये मामला रविवार को उस समय सुर्खियों में आया था, जब इब्रा ने पिता समेत तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
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उधर लखनऊ विश्वविद्यालय में परीक्षा लेने पहुंचे प्रोफेसर खालिद बिन युसूफ ने कहा कि उनकी पत्नी ने झूठ बोलकर तथ्य छुपाकर धोखा देकर शादी की है। मैंने इस्लाम के नियमों के तहत तलाक दिया है। प्रो. ने पत्नी पर आरोप लगाया कि यासमीन की मुझसे पहले कश्मीर में शादी हुई थी, लेकिन उन्होंने मुझसे यह बात छुपाई थी।
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