Lockdown में शर्तों के साथ घूमने लगा उद्योगों का पहिया, मिलने लगे ऑडर Aligarh News
कोरोना वायरस की वजह से देशभर में चल लॉकडाउन के दौरान शहर में अर्थव्यवस्था का पहिया घूमने लगा है। लगभग 44 दिन से बंद फैक्ट्रियों में मशीनों का शोरगुल शुरू हो गया है।
अलीगढ़ [जेएनएन]। कोरोना वायरस की वजह से देशभर में चल लॉकडाउन के दौरान शहर में अर्थव्यवस्था का पहिया घूमने लगा है। लगभग 44 दिन से बंद फैक्ट्रियों में मशीनों का शोरगुल शुरू हो गया है, हालांकि अभी इनकी संख्या कम है। परंतु इसकी वजह है कि फैक्ट्रियों में शारीरिक दूरी के नियम के पालन के इंतजाम किए जा रहे हैैं। साथ ही अभी कर्मचारियों के आने-जाने की समस्या है। परंतु उद्योगपति जल्द तेजी से काम शुरू करना चाहते हैैं, इसकी एक वजह यह है कि बाजार की डिमांड आने लगी है, जो अच्छा संकेत है। अन्यथा यह आशंका प्रकट की जा रही थी कि लॉकडाउन खुलने के बाद भी जल्द बाजार में मांग नहीं होगी। ऐसे में इंडस्ट्री चलाना मुश्किल होगा। जागरण की टीम ने मंगलवार को रामघाट रोड और तालानगरी क्षेत्र की कई इकाइयों का दौरा किया। वहां क्या थे हालात इसकी पूरी रिपोर्ट
कुछ ऐसा है फैक्ट्रियों में हाल
फैक्ट्री के मुख्य द्वार पर तैनात गार्ड नहीं दिखा। झांक कर प्रांगण में देखा, मशीनों की आवाज आ रही थी, मगर चहल-पहल कम थी। सीसीटीवी से कंपनी के मालिक गौरव मित्तल की नजर पड़ी, तभी तेज कदमों के साथ खुद गेट की ओर आए। वह प्रशासनिक कक्ष में हमको ले गए। इसी बीच मित्तल ने 30 सेकेंड में फैक्ट्री में होने वाली कम हलचल की जानकारी दी। बोले, सामान्य दिनों में 50 कर्मचारी आते थे, फिलवक्त 10 ही आए हैं। पैकिंग व फिनिशिंग वाले ही हैं। इस बीच काउंटर से सैनिटाइजर निकाल कर दिया। फिर हम पैकेजिंग वाली यूनिट में पहुंचे। यहां दो कर्मी काम कर रहे थे। प्रोडक्शन हाउस में 30 पावर मशीनों में से एक मशीन पर कर्मी काम कर रहे थे। पॉलिश प्लांट पर भी दो वर्कर थे।
50 में से तीन चलती मिलीं पॉलिश मशीन
अगला पड़ाव संजय इंडस्ट्रीज रहा। मालिक पवन खंडेलवाल के साथ अंदर गए। गार्ड ने सैनिटाइज कराया। लेबर के अभाव में इंफ्रा रेड रेडिएशन प्लांट बंद था। प्रोडक्शन हाउस में कर्मचारी जुटे थे। इलेक्ट्रो प्लेटिंग प्लांट में मशीनों का पहिया चल रहा था। 50 पॉलिश मशीन में से तीन चल रही थीं। एक्सपोर्ट के लिए पैकेजिंग यूनिट में काम तेजी से चल रहा था। मैनेजर डिब्बे को गिन रहे थे।
चार-पांच दिन में चलेंगी मशीन
श्री तिरुपति ब्रास वेयर में पहुंचते हुए 4:00 बज गए। फैक्ट्री फुली कंप्यूटर सिस्टम से लैस। एक दर्जन आधुनिक मशीनों में से दो चल रही थीं। कंपनी मालिक दीपक खंडेलवाल कहते हैं कि शारीरिक दूरी का उल्लंघन न हो, इसलिए प्रोडक्शन में इंतजाम कर रहे हैैंै। चार-पांच दिन में अन्य मशीन भी चलेंगी।
राजस्थान रवाना होगा माल
रे इंटरनेशनल में हम पहुंचे तो 4:30 बजे थे। कंपनी प्रबंधक ललित को गार्ड ने आने की सूचना दी। वह प्रशासनिक ब्लॉक में से प्रोडक्शन हाउस ले गए। यहां कंटेनर में जीपीएस ब्रकेट (कम्यूनिकेशन टावर का पार्ट) लोड हो रहे थे। रिलायंस के ऑर्डर की खेप राजस्थान के लिए रवाना होनी थी। पैकेजिंग ब्लॉक में एक्सपोर्ट के लिए माल पैक किया जा रहा था।
कच्चे माल की है कमी
बाबम की बुढिया की घुट्टïी में भी प्रवेश करते ही गार्ड ने सैनेटाइज किया। अंदर कढ़ाही में काढ़़ा बन रहा था। पैकेजिंग का कार्य भी चल रहा था। कंपनी संचालक नितिन घुट्टïी बनाते हैैं कि बाजार में सप्लाई शुरू हो गई है। अभी कच्चे माल की कुछ कमी है इसलिए पूरी क्षमता से कार्य नहीं कर पा रहे हैैं, परंतु जल्द यह कार्य कर लेंगे।
पटरी पर आ रहे हैं उद्योग
रे इंटरनेशनल के एमडी अजय पटेल का कहना है कि कंपनी में शर्तों के अनुसार काम किया जा रहा है। प्रोडक्शन में पिछले 15 दिन से तेजी आई है। माल का आवागमन हो रहा है। उद्योग भी पटरी पर आ रहे हैं।
आ रहे हैं ऑडर्र
संजय इंडस्ट्रीज के निदेशक पवन खंडेलवाल ने बताया कि 22 मार्च यानी जनता कफ्र्यू वाले दिन से ही प्रोडेक्शन रुक गया था। विदेश में व्यापारियों ने जिस माल को रोका था, वह ऑर्डर मंगा रहे हैं।
कारोबारी कर रहे फोन
विशाल लॉक एंड हार्डवेयर के विवेक शर्मा बताते हैं कि छत्तीसगढ़ के रायपुर व विलासपुर के बाजार खुल गए हैं। लॉकडाउन के चलते रोके गए ऑर्डर भेजने के लिए कारोबारियों के मोबाइल आ रहे हैं।