कोरोना को मात देकर फिर ड्यूटी पर लौटे योद्धा, आप भी सावधानी बरतें और रहे सुरक्षित
कोरोना की लहर की चपेट में कई फ्रंट लाइन वर्कर आ गए थे। कुछ तो अपने काम पर लौट आए हैं लेकिन कुछ लोग अभी भी आइसोलेशन में हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील है कि वे कोरोना की वैक्सीन जरूर लगवाएं और कोरोना गाइडलाइन का पालन करें।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी करीब दो साल से कोरोना के खिलाफ जंग में डटे हुए हैं। काफी कर्मचारी तो हर लहर में संक्रमित हुए, लेकिन बीमारी को मात देकर फिर ड्यूटी पर लौट आए। पिछले दिनों महामारी रोग विशेषज्ञ डा. शोएब अंसारी, जिला डाटा प्रबंधक पुष्पेंद्र शर्मा, डाटा आपरेटर रमजानी व नीतू कोविड कोरोना संक्रमित हो गए, ये सभी स्वस्थ होने के बाद फिर से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करने आ गए हैं। अर्बन हेल्थ कोआर्डिनेटर अकबर खान अभी कोरोना से जंग लड़ रहे हैं। वे होम आइसोलेशन में हैं।
कोरोना वैक्सीन जरूर लगवाएं
32 वर्षीय डा. शोएब अंसारी बताते हैं कि आफिस में ड्यूटी के दौरान ही उनके साथी रमजानी और नीतू भी कोरोना संक्रमित हो गए। आरटी पीसीआर जांच कराई और तो रिपोर्ट पाजिटिव थी। मैंने होम आइसोलेशन के सभी नियमों का पालन किया। परिवार और रिश्तेदारों का सहयोग मिला। दूसरी लहर में संक्रमित हो गया था। मेरी अपील है कि कोरोना वैक्सीन जरूर लगवाएं। जिला डाटा प्रबंधक पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि ड्यूटी के दौरान कोविड-19 का संक्रमण हो गया था, जिससे उन्हें आइसोलेट होना पड़ा, लेकिन कोविड सैंपलिंग व अन्य डाटा संबंधी कार्य घर से ही जारी रखा। छह जनवरी को संक्रमित हुआ और ठीक होने के बाद 12 जनवरी को कार्यालय आना शुरू कर दिया।
इनका कहना है
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी लंबे समय से कोरोना के खिलाफ लड़ रहे हैं। तीनों लहरों में काफी कर्मचारी संक्रमित हुए। सभी ने हिम्मत दिखाई। ठीक होने के बाद भी अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ा और पूरी हिम्मत के साथ ड्यूटी पर आ गए। कोई भी व्यक्ति संक्रमित होने के बाद तीन से सात दिन तक होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना से जंग जीत हासिल कर सकता है।
- डा. नीरज त्यागी, सीएमओ।
30 को लगेगा दिव्यांग जांच व कृत्रिम अंग माप शिविर
अलीग। अलीगढ़ की सामाजिक संस्था हैंड्स फाॅर हेल्प और नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में 30 जनवरी को निश्शुल्क दिव्यांग जांच, आपरेशन चयन व अंग विहीन (कटे, हाथ, पांव) कृत्रिम अंग माप शिविर का आयोजन होगा। शुक्रवार को आयोजित प्रेसवार्ता में संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि 30 जनवरी को उत्तर प्रदेश के अलावा कई अन्य राज्यों में भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में दुर्घटनाओं में जिनके हाथ पांव कट गए उनके लिए कृत्रिम अंग बनाने के लिए टेक्नीशियन माप लेंगे और आगामी शिविर में उन्हें पहनाएंगे। ऐसे दिव्यांगों को भी चयन होगा, जिनके हाथ-पांव की विकृतियां आपरेशन से दूर हो सकती हैं। उन्हें उदयपुर स्थित हास्पिटल में बुलाकर निश्शुल्क आपरेशन किया जाएगा। दवा,आवास, भोजन आदि की सुविधाएं भी निश्शुल्क रहेगी। हैंड्स फाॅर हेल्प के अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि शिविर प्रातः नौ बजे से श्री राम धर्मशाला (मसूदाबाद बस स्टैंड के पीछे) रघुवीर पुरी में होगा। सर्वप्रथम दिव्यांगों को अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। दिव्यांगता दर्शाते हुए दो फोटो दिव्यांगता प्रमाण-पत्र एवं आधार कार्ड की प्रतिलिपि अवश्य साथ में लाएं। डा.डीके वर्मा, राहुल वशिष्ठ, अखिलेश अग्निहोत्री, भुवनेश शर्मा, दीपक खन्ना आदि रहे।