अलीगढ़ [रिंकू शर्मा]। वाहन चोरी की बढ़ती घटनाओं के लिए उनके मालिक भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। पुलिस
आंकड़ों
पर गौर करें तो आठ माह में जिलेभर में बाइक, स्कूटर, कार समेत करीब 250 वाहन चोरी हो चुके हैं। चोर वाहन चोरी करने के बाद नंबर प्लेट बदलकर
धड़ल्ले
से फर्राटा भर रहे हैं और अपराध कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि चालक अपने वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाएं, फिर भी लोग नहीं लगा रहे हैं।
आरटीओ प्रवर्तन
फरीदउद्दीन
ने बताया कि नए वाहनों की बिक्री करने वाले डीलर ही खुद हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाकर दे रहे हैं। पुराने वाहनों के लिए उसी डीलर से संपर्क करना होगा, जहां से वाहन खरीदा गया था। दोपहिया वाहन के लिए 300 रुपये व चारपहिया वाहन के लिए 600 रुपये प्लेट के
देेने
होंगे। ऑनलाइन आवेदन पर डीलर वाहन पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवा सकेंगे ।
छेड़छाड़
पर खराब हो जाएगी प्लेट
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट पर रजिस्ट्रेशन मार्क,
क्रोमियम
बेस्ड होलोग्राम स्टीकर ऐसे हैं,
जिन्हेंं
निकालने या सिर्फ कोशिश करने पर ही खराब हो जाएंगे। चोर वाहन में लगी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट से
छेड़छाड़
की कोशिश करेंगे तो वह खराब हो जाएगी।
112 दोपहिया और 41 चारपहिया वाहन
पकड़े
बीते दो माह में पुलिस ने वाहन चोरों के कब्जे से करीब 112 दोपहिया वाहन बाइक, स्कूटर, स्कूटी, मोपेड व 41 चारपहिया वाहन कार, ट्रक आदि बरामद किए हैं।
क्वार्सी
पुलिस ने सर्विलांस व एसओजी की मदद से अंतरराज्यीय वाहन चोर गैंग को
पकड़कर
17 लग्जरी कार व एक बाइक बरामद की है। परिवहन विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार जिले में 2019 से पूर्व में खरीदे गए 12.64 लाख वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने में करीब 60
करोड़
रुपये का खर्च आएगा।
2019 से पहले खरीदे गए वाहन
वाहन, संख्या, नंबर प्लेट लगवाने पर अनुमानित खर्चा
दोपहिया वाहन, 539354, 16.19
करोड़
चारपहिया वाहन, 70403442, 24.20
करोड़
व्यावसयिक
वाहन, 2103001,1.26
करोड़
एसपी ट्रैफिक सतीश चंद्र का कहना है कि हाई सिक्योरिटी प्लेट लगने से वाहन चोरी की घटनाओं में कमी आएगी। चेकिंग के दौरान ऐसे कई वाहन
पकड़े
भी जा चुके हैं, जो चोरी के बाद
दौड़
रहे थे।