Move to Jagran APP

अखंड सौभाग्य का प्रतीक है वट वृक्ष, जानिए पूरी कहानी Aligarh news

प्रकृति ने हमें बहुत नियामतें दी हैं उन्हीं में एक है वट वृक्ष। इसकी धार्मिक मान्यताएं भी हैं। कहते हैं कि वट वृक्ष की छाल में विष्णु और जड़ों में ब्रह्मा का वास होता है। शाखाओं में स्वयं भोलेनाथ समाए हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Tue, 08 Jun 2021 11:37 AM (IST)Updated: Tue, 08 Jun 2021 11:43 AM (IST)
अखंड सौभाग्य का प्रतीक है वट वृक्ष, जानिए पूरी कहानी Aligarh news
कहते हैं कि वट वृक्ष की छाल में विष्णु और जड़ों में ब्रह्मा का वास होता है।

अलीगढ़, जेएनएन ।  प्रकृति ने हमें बहुत नियामतें दी हैं, उन्हीं में एक है वट वृक्ष। इसकी धार्मिक मान्यताएं भी हैं। कहते हैं कि वट वृक्ष की छाल में विष्णु और जड़ों में ब्रह्मा का वास होता है। शाखाओं में स्वयं भोलेनाथ समाए हैं। सावित्री ने इसी वृक्ष के नीचे बैठकर घोर तपस्या की थी और पति को जीवित किया। वट वृक्ष की विशालता और आयु दीर्घता के कारण ही इसे अखंड सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। महिलाएं ज्येष्ट मास की अमावस्या को सावित्री व्रत रखकर वट वृक्ष की पूजा-अर्चना करती हैं। दैनिक जागरण ने 10 जून को सावित्री व्रत के दिन सुहागिनों से वट का एक पौधा लगाने की अपील की है। जागरण की इस मुहिम से हर तबका जुड़ रहा है। लोग इस मुहिम को सराह रहे हैं और वट का पौधा लगाने का संकल्प भी ले रहे हैं।

prime article banner

वट वृक्ष का समझें महत्व

शिक्षिका कीर्ति शर्मा कहती हैं कि वट पूजन की परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है। हर सुहागिन इस दिन की प्रतिक्षा करती है। वट वृक्ष अब कम हो गए हैं। इसीलिए जरूरी है कि वट वृक्ष के महत्व काे समझ कर प्रत्येक परिवार एक पौधा जरूर लगाए। दैनिक जागरण की यह मुहिम सराहनीय है। इस मुहिम से सभी को जुड़ना चाहिए।

वट वृक्षों का हो संरक्षण

शिक्षिका रश्मि उपाध्याय बताती हैं कि वट वृक्ष की काफी मान्यता है। इस वृक्ष का संरक्षण करना चाहिए। यह वृक्ष अपनी छाया से शीतलता प्रदान करते हैं।ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके लिए प्रेरित किया जाए। वट के नए पौधे लगाए जाएं। दैनिक जागरण ने सराहनीय पहल की है। इस मुहिम में मेरा पूरा सहयोग रहेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.