UP Board Examination 2021 : तो क्या पहले से ही तय हैं परीक्षा केंद्रों के नाम, जानिए मामला
जिले से कालेजों का निरीक्षण कर वहां मौजूद आधारभूत सुविधाओं की सूचना बोर्ड को भेजी गई थी। इसके आधार पर आनलाइन माध्यम से बोर्ड ने जिले में 169 परीक्षा केंद्रों की सूची जारी कर भेज दी। इस सूची में 200 से ज्यादा आपत्तियां भी आईं।
अलीगढ़, जेएनएन। यूपी बोर्ड परीक्षा 2021 के लिए जिले में केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है। जिले से कालेजों का निरीक्षण कर वहां मौजूद आधारभूत सुविधाओं की सूचना बोर्ड को भेजी गई थी। इसके आधार पर आनलाइन माध्यम से बोर्ड ने जिले में 169 परीक्षा केंद्रों की सूची जारी कर भेज दी। इस सूची में 200 से ज्यादा आपत्तियां भी आईं। इनका निस्तारण कर सूची वापस बोर्ड के पास भेजी गई है। इसमें केंद्रों की घटा-बढ़ी भी की गई। मगर अभी यूपी बोर्ड की ओर से परीक्षा केंद्रों की फाइनल सूची जारी नहीं की गई है। अफसरों ने कक्ष निरीक्षकों व केंद्र व्यवस्थापकों की ड्यूटी लगाने का फैसला कर लिया है। कालेजों से केंद्र व्यवस्थापकों व कक्ष निरीक्षकों को नियुक्त करने के लिए डेटा भी मांगा गया है। इसके लिए 25 फरवरी तिथि भी निर्धारित कर दी है। इससे केंद्र निर्धारण की प्रकिया सवालों के घेरे में आ गई है। इस पर शिक्षकों ने सवाल उठाने भी शुरू कर दिए हैं।
परीक्षा केंद्रों की फाइनल सूची जारी करना बाकी
दरअसल, अभी यूपी बोर्ड की ओर से परीक्षा केंद्रों की फाइनल सूची जारी करना बाकी है। जब सूची आ जाएगी तब उसी के आधार पर पता चलेगा कि किस कालेज में कक्ष निरीक्षक व केंद्र व्यवस्थापक बनाए जाएंगे। लेकिन अभी बोर्ड से सूची जारी नहीं हुई और अफसरों ने केंद्र व्यवस्थापक व कक्ष निरीक्षक बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इसके लिए शिक्षकों का डेटा मांगा गया है और उसकी भी अंतिम तारीख 25 फरवरी निर्धारित कर दी गई है। इससे कुछ कालेजों के शिक्षकों ने केंद्र निर्धारण का मैच पहले से ही फिक्स होने के आरोप भी लगा दिए हैं। उत्तरप्रदेश वित्तविहीन शिक्षक महासभा के जिला महामंत्री नीरज शर्मा ने कहा कि ये सही है कि जो सूची गई है उसमें बहुत ज्यादा फेरबदल की गुंजाइश नहीं है। मगर सूची आने से पहले ही परीक्षा केंद्रों को फाइनल मानकर केंद्र व्यवस्थापक व कक्ष निरीक्षकों की तैनाती के लिए ब्याेरा मांगना यह दर्शाता है कि शिक्षाधिकारी पहले से ही सुनिश्चित हैं कि यही कालेज परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे जो सूची में शामिल हैं।
केंद्र निर्धारण प्रणाली पूरी तरह निष्पक्ष
डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि बोर्ड को भेजी गई सूची में जो कालेज शामिल हैं, उनमें ज्यादा बदलाव नहीं होता है। बोर्ड की ओर से कुछ केंद्र अगर हटाए भी गए तो वहां केंद्र व्यवस्थापक नहीं बनाए जाएंगे। केंद्र निर्धारण प्रणाली पूरी तरह निष्पक्ष व पारदर्शी है।