यूपी विधानसभा चुनाव 2022 : सिकंदराराऊ में दिलचस्प हो रहे सियासी समीकरण,जाने जातिगत आंकड़े
सिकंदराराऊ विधानसभा सीट पर चुनावी मुकाबला दिलचस्प नजर आ रहा है। बसपा ने यहां क्षत्रिय प्रत्याशी के रूप में ठा. अवधेश सिंह को मैदान में उतारा है वहीं भाजपा और सपा भी जातीय समीकरण साधकर प्रत्याशियों के चयन में लगे हैं।

हाथरस, जागरण संवाददाता। विधानसभा चुनाव को लेकर सिकंदराराऊ विधानसभा सीट पर चुनावी दल सियासी समीकरणों को साधने में जुट गए हैं। यहां भाजपा और सपा के प्रत्याशियों के नाम का इंतजार है, जबकि बसपा पहले ही क्षत्रिय प्रत्याशी पर दांव खेल चुकी है। दोनों दलाें के टिकट के दावेदारों ने लखनऊ और दिल्ली में डेरा जमा लिया है। सपा में सीधे बी-फार्म लेकर ताल ठोंकने के लिए प्रत्याशी पार्टी हाइकमान की परिक्रमा लगा रहे हैं।
सिकंदराराऊ विधानसभा क्षेत्र में क्षत्रिय समाज के मतदाताओं की तादाद सबसे अधिक हैं। पिछड़ी जाति (बघेल, धनगर, यादव) के लोगों की संख्या भी अच्छी खासी है। मुस्लिम, ब्राह्मण, वैश्य समेत अन्य जाति के भी मतदाता इस विधानसभा क्षेत्र में हैं। सिकंदराराऊ विधानसभा सीट पर चुनावी मुकाबला दिलचस्प नजर आ रहा है। बसपा ने यहां क्षत्रिय प्रत्याशी के रूप में ठा. अवधेश सिंह को मैदान में उतारा है, वहीं भाजपा और सपा भी जातीय समीकरण साधकर प्रत्याशियों के चयन में लगे हैं। यहां त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन रहे हैं।
इन्होंने झोंकी ताकत
भाजपा से विधायक वीरेंद्र सिंह राणा, पूर्व विधायक यशपाल सिंह चौहान, ब्रजेश चौहान, सुरेंद्र सिंह पुंढीर, ठा. अरुण सिंह, देवेंद्र राघव, उदय पुंढीर, मुकेश चौहान, ठा. मनवीर सिंह, अनिल सिसौदिया, लक्ष्मण सिंह सेंगर समेत कई दावेदार टिकट की दौड़ में हैं। हाथरस के नगर पालिका अध्यक्ष आशीष शर्मा भी ताकत झोंक रहे हैं। सबसे ज्यादा चर्चा वीरेंद्र सिंह राणा और पूर्व विधायक यशपाल सिंह के नाम की हो रही है। हालांकि 20 जनवरी तक तस्वीर साफ होने के आसार हैं। भारतीय जनता पार्टी पिछले ढाई दशक से क्षत्रिय समाज के उम्मीदावार पर ही दांव खेलती आई है। इस बार भी आसार ऐसे ही लग रहे हैं।
सपा के चेहरे का भी बेसब्री से इंतजार
कैडर वोट और जातिगण समीकरण के फार्मूले से सपा सिकंदराराऊ सीट को फतह करना चाहती है। सपा में क्षत्रिय समाज से महेंद्र सिंह साेलंकी, एसपी सिंह सेंगर, राकेश राणा लखनऊ में जमे हुए हैं। पिछड़ी जाति में पूर्व विधायक अमर सिंह यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ओमवती यादव, बबूल यादव की मजबूत दावेदारी है। वहीं प्रवीन बघेल, मोहनलाल बघेल, बनी सिंह बघेल, गौरव बघेल, डा. ललित बघेल, राकेश बघेल समेत कई नाम भी टिकट की दौड़ में हैं। सिकंदराराऊ से लगी हुई छर्रा विधानसभा से सपा ने लक्ष्मी धनगर को टिकट देकर बघेल बिरादरी को साधने का प्रयास किया है, अब सिकंदराराऊ से भी बघेल प्रत्याशी को टिकट देती है या नहीं, यह देखने लायक होगा। उधर चर्चाएं यह भी हैं कि कांग्रेस भी बघेल प्रत्याशी को सिकंदराराऊ से मैदान में उतारकर मुकाबले को दिलचस्प बनाने की तैयारी में है।
Edited By Sandeep Kumar Saxena