UP Assembly Election 2022: गठबंधन से कुछ-कुछ होता है, जानिए विस्तार से
SP RLD Politics in Aligarhअब सपा-रालोद साथ-साथ हैं। ये चुनावी गठबंधन है। फिलहाल तक इसमें काेई बंधन नहीं है। मगर इस गठबंधन से तमाम नेताओं में कुछ-कुछ होने लगा है। चौधरी साहब के तेवर तेज हैं तो रालोद में उत्साह।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। अब सपा-रालोद साथ-साथ हैं। ये चुनावी गठबंधन है। फिलहाल तक इसमें काेई बंधन नहीं है। मगर, इस गठबंधन से तमाम नेताओं में कुछ-कुछ होने लगा है। चौधरी साहब के तेवर तेज हैं तो रालोद में उत्साह। भले ही अभी सीटों के बंटवारे पर कोई चर्चा न हो, मगर नेताजी की सक्रियता बढ़ गई है। कुर्ते चमक उठे हैं, चाल तेज हो गई है। कुछ तीन सीटों की बात कर रहे हैं तो कुछ बढ़कर चार तक पहुंच रहे हैं। बहरहाल, इसपर फैसला बाद में होगा। मगर, ऐसे में राजनीतिक समीकरण बदलेंगे? कमल वाली पार्टी के लिए भी चुनौती बढ़ सकती हैं? चुनावी मुकाबला रोचक होगा। नेताजी भी समय की फिराक में रहेंगे। एनवक्त पर राजनीति में चौकाने वाले तमाम तथ्य सामने आएंगे। सीटों को लेकर हचचले तेज हो गईं हैं। गठबंधन ने नेताजी की सक्रियता बढ़ा दी है। दौड़-धूप तेज हो गई है। देखना होगा कि यह साथ कितना तटस्थ रहता है।
अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना लक्ष्य
अब तो हर तरफ चुनावी शोर है। चौराहों पर चर्चा है तो चाय की चुस्की के साथ चुनावी बातें। चर्चा में दावेदारों को लेकर गर्माहट भी खूब है। कौन मजबूत है, पटकनी काैन दे सकेगा? सुबह ये बातें उठती हैं और ढलती शाम तक चलती है। दावेदार भी अब जनता के बीच में पहुंचकर पकड़ बनाने में लगे हैं। कमल वाली पार्टी में नेताजी ने बस्तियों की ओर रुख कर दिया है। वह शिक्षा, रोजगार और प्रशिक्षण के कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों के बीच जा रहे हैं। नेताजी की सक्रियता से तमाम पार्टी में खलबली मच गई है। कुछ लोगों ने तो सवाल दाग दिया, बोलें ये कैसी तैयारी? सब टिकट के लिए लखनऊ और दिल्ली भाग रहे हैं और आप बस्तियों में? नेताजी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के पथ चिन्हों पर चल रहे हैं? उनका लक्ष्य था अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना, मैं वही काम कर रहा हूं।