अलीगढ़ के अतरौली के दो छात्र घर से भाग हीरो बनने के लिए जा रहे थे मुंबई
घर में मन नहीं लगने एवं पढ़ाई के डर से घर से भागे दो छात्र (मामा-भांजा) रविवार को मथुरा के जंक्शन स्टेशन पर रेलवे चाइल्ड लाइन को प्लेटफार्म नंबर सात पर मिल गए।
जेएनएन, अलीगढ़ : घर में मन नहीं लगने एवं पढ़ाई के डर से घर से भागे दो छात्र (मामा-भांजा) रविवार को मथुरा के जंक्शन स्टेशन पर रेलवे चाइल्ड लाइन को प्लेटफार्म नंबर सात पर मिल गए। दोनों छात्र हीरो बनने के लिए मुंबई जा रहे थे। जिन्हें कोतवाली पुलिस देर शाम अतरौली ले आई। पुलिस ने दोनों बच्चों को उनके परिजनों को सौंप दिया है। दोनों बच्चों के घर लौट आने पर परिवार में काफी खुशी है। दोनों छात्र शनिवार को स्कूल से गायब हो गए थे, तब से तलाश जारी थी।
पूरी कहानी बच्चों की जुबानी
अतरौली के पालीमुकीुपर रोड स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के गेट से कचौड़ी खाने की कहकर गए छात्रों के लापता होने से परिजनों समेत पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। लापता हुए दोनों मामा-भांजा यश व माधव ने बताया कि घर में मन नहीं लगता था। जिसके चलते माधव काफी परेशान रहता था। यश अपने मामा माधव के काफी करीब था सो दोनों एक दूसरे को अपने मन की बात बता देते थे। पढ़ाई से भी डर लगता रहता था। शुक्रवार की रात दोनों ने प्लान बनाया कि दोनों स्कूल जाने के दौरान यहां से मुंबई भाग चलेंगे और वहां हीरो बनने के बाद ही लौटेंगे। सो भाई दिव्यांश को कॉलेज के गेट पर छोड़कर कचौड़ी खाने का बहाना लगाते हुए वहां से अलीगढ़ और फिर मथुरा पहुंच गए। मथुरा से मुंबई जाने के लिए रेलवे स्टेशन के सात नंबर प्लेटफार्म पर घूम ही रहे थे कि पुलिस ने पकड़ लिया और सभी अरमानों पर पानी फिर गया।
प्रधानाचार्य को हो गया था शक
ज्ञात रहे कि थाना पालीमुकीपुर के गांव नगला बाटुल निवासी धीरेश यादव हाल निवासी नगर के मोहल्ला भानपाड़ा में एक किराए के मकान में परिवार के साथ रहते हैं। उनके दो बेटे दिव्यांश व यश व उनका साला माधव नगर के पालीमुकीमपुर रोड स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में कक्षा नौ व छह में पढ़ते हैं। शनिवार को तीनों मामा-भांजे एक साथ स्कूल पर पहुंचे थे। गेट पर पहुंचते ही यश व मामा माधव ने कचौड़ी खाने की बात कहते हुए वहीं से लौट गए, जबकि दिव्यांश कॉलेज में चला गया था। दोनों बच्चों के स्कूल नहीं आने पर प्रधानाचार्य जगवीर सिंह ने दिव्यांश से पूछताछ की तो उसने अपनी तरफ से बनाकर कोई कारण बता दिया। शक होने पर प्रधानाचार्य ने छात्रों के घर फोन करते हुए अभिभावकों को स्कूल बुला लिया। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी और घटना की जानकारी की थी। कोतवाल राजीव सिरोही ने बताया कि लापता हुए बच्चे मथुरा के रेलवे स्टेशन पर मिले हैैं। जिन्हें परिजनों को सौंप दिया गया है। दोनों छात्र मुंबई हीरो बनने के लिए जा रहे थे। दोनों बच्चे वाट्सएप के जरिए मिले हैं।