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अलीगढ़ में छह लोगों की हत्या करने वाले बदमाशों के साथ पुलिस की मुठभेड़ का LIVE वीडियो

अलीगढ़ में अलग-अलग घटनाओं में तीन साधुओं समेत छह लोगों की हत्या में फरार हुए दो बदमाशों से पुलिस की आज सुबह मुठभेड़ हुई।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 10:11 AM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 11:14 AM (IST)
अलीगढ़ में छह लोगों की हत्या करने वाले बदमाशों के साथ पुलिस की मुठभेड़ का LIVE वीडियो
अलीगढ़ में छह लोगों की हत्या करने वाले बदमाशों के साथ पुलिस की मुठभेड़ का LIVE वीडियो

अलीगढ़ (जेएनएन)। अपराधियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाने वाली अलीगढ़ पुलिस को गुरुवार को बड़ी सफलता मिली है। अलीगढ़ पुलिस ने तीन साधु सहित छह लोगों की हत्या में वांछित दो बदमाशों को एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इनका एक साथी फरार हो गया। अपराधियों की तरफ से फायरिंग में अलीगढ़ पुलिस के एक इंस्पेक्टर भी घायल हो गए हैं।

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अलीगढ़ में अलग-अलग घटनाओं में तीन साधुओं समेत छह लोगों की हत्या में फरार हुए दो बदमाशों से पुलिस की आज सुबह मुठभेड़ हुई। इसमें नौशाद पुत्र राशिद व मुस्तकीम पुत्र इरफान निवासी शिवपुरी, छर्रा हाल निवासी कस्बा अतरौली, अलीगढ़ को पुलिस ने ढेर कर दिया। इन दोनों पर 25-25 हजार का इनाम था। अफसर पुत्र अल्लादीन निवासी मुहल्ला छंटवा उंझानी, जिला बंदायू फरार हुआ है। मुठभेड़ में इंस्पेक्टर पाली मुकीमपुर प्रदीप कुमार गोली लगने से घायल हुए हैं। जिन्हें वरुण ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है।

दो तीन पहले ही पांच लोगों को गिरफ्तार कर हत्याकांडों का पर्दाफाश किया था। पुलिस ने दावा किया था कि योगी सरकार को बदनाम करने के लिय साधुओं को मारा गया। इसके बाद दंपती को टोकने पर मार दिया। एटा का गैंग अलीगढ़ में साधुओं की हत्या के लिए ही आया था। 

हत्याओं में उन गवाहों को फंसाने की साजिश थी जो एटा के किदवई नगर निवासी साबिर अली उर्फ दिनेश प्रताप सिंह के मुकदमे में इसके खिलाफ गवाही दे रहे थे। दिनेश करीब 35 वर्ष पहले धर्मांतरण कर साबिर बन गया था। कुछ साल पहले एससीएसटी कोटे में वह सभासद बन गया। अप्रैल 2016 के चर्चित एटा के किदवई नगर मदरसे की शहर मुफ्ती हत्याकांड में वह जेल गया था। इसी मुकदमे में कुछ लोग गवाह थे।

मामला ट्रायल पर चल रहा है मुफ्ती के बेटे की गवाही भी होनी है। इन्हीं लोगों को फंसाने के लिए उसने एटा और कासगंज के गैंग के साथ मिलकर साधुओं की हत्या की साजिश रची। साधुओं को इसी कारण टारगेट बनाया क्योंकि योगी सरकार में साधुओं के मामले में पुलिस ज्यादा संवेदनशील है। इसके पीछे योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश थी, ऐसा पूछताछ में आया है।

अलीगढ़ में बीते पखवारे में छह हत्या हो चुकी है जिसमें तीन साधु थे बाकी ग्रामीण। हरदुआगंज में पिछले दिनों हुई साधु की हत्या में यही गैंग था, दंपत्ति को इसलिए मारा क्योंकि उन्होंने ने पहचान लिया था। पाली और अतरौली में हुई हत्याओं में भी इसी गैंग ने अंजाम दिया। इस मामले में पकड़े गए अभियुक्तों में साबिर के अलावा सलमान निवासी शिवपुरी हाल निवासी मोहल्ला बांसवाड़ा अतरौली इरफान निवासी मोहल्ला नंगला सारंगपुर पहासू बुलंदशहर यासीन निवासी ब्रह्मपुरी थाना अतरौली नदीम पुत्र साबिर निवासी किदवई नगर एटा को गिरफ्तार किया था।


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