दो महीने पहले आगरा से लूटी गयी कार से आए थे कारोबारी के हत्यारे
अलीगढ़ जागरण संवाददाता। आगरा के प्रेम मोटर्स के मैनेजर से कार लूटकर फरार हुए लुटेरों की थाना फरह पुलिस को लोकेशन तक नहीं मिल पाई थी। इसी कार का उपयोग संदीप की हत्या में किया गया है। कार मालिक से अलीगढ़ पुलिस ने बदमाशों के हुलिया की जानकारी ली है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। आगरा के प्रेम मोटर्स के मैनेजर से कार लूटकर फरार हुए लुटेरों की थाना फरह पुलिस को लोकेशन तक नहीं मिल पाई थी। इसी कार का उपयोग संदीप की हत्या में किया गया है। कार मालिक से अलीगढ़ पुलिस ने बदमाशों के हुलिया की जानकारी ली है।
14 अक्टूबर को लूटी गयी थी कार
आगरा के दयालबाग निवासी सदगुरू प्रेम मोटर्स के मैनेजर हैं। उनको 14 अक्टूबर को आगरा के थाना सिकंदरा क्षेत्र के अरतौनी के पास से अगवा किया था। उन्होंने बताया कि तीन बदमाश थे। इनमें से दो बदमाश कार से उतरकर आए। पीछे बैठा एक बदमाश अपनी कार की चालक वाली सीट पर बैठ गया था। बदमाश के शीशा ठोंकने पर उन्होंने शीशा नीचे कर लिया। इसी बीच बदमाश ने चाबी घुमाकर कार बंद कर दी। इसके बाद दूसरा बदमाश बायीं ओर की पीछे की खिड़की खोलकर कार में बैठ गया और उसने उनकी कनपटी पर पिस्टल लगा दी थी। तीनों बदमाश मजबूत कद काठी के थे। आधीरात के बाद बदमाश उनको हाईवे स्थित महुअन टोल के समीप सुनसान स्थान पर फेंक गए थे। वारदात की रिपोर्ट थाना फरह में दर्ज कराई थी। थाना फरह पुलिस ने लूट के बाद हाईवे के टोल पर लगे सीसीटीवी देखे, जिसमें कार मथुरा की तरफ जाते हुए दिखाई दी, लेकिन कार में अंदर लोगों की पहचान नहीं हो सकी। इसके बाद थाना फरह पुलिस ने मैनेजर से बदमाशों का हुलिया की जानकारी भी ली। हुलिया के आधार पर पुलिस ने आधा दर्जन संदिग्ध भी उठाए और पूछताछ की, लेकिन पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पुलिस ने थाना शेरगढ़ के गांव विशंभरा और नूंह मेवात के गांव उटावर समेत एक दर्जन गांवों में संदिग्धों की तलाश कराई। अलीगढ़ और आगरा पुलिस से बदमाशों के संबंध में फीडबैक लिया गया, लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिल सकी थी।
इन्हें पहचानते हैं तो पुलिस को बताएं
अलीगढ़ संदीप हत्याकांड में पुलिस ने जिलेभर के 110 कैमरों को खंगाला। इनमें जेवर, मडराक, गभाना टोल की सीसीटीवी को भी चेक किया गया। इनमें दो लोग संदिग्ध दिखे हैं, जिन्होंने घटना को अंजाम दिया है। पुलिस की ओर से इनकी तस्वीरें जारी की गई हैैं। कहा है कि इनको पहचानने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा। पहचान होने पर पुलिस के नंबरों पर संपर्क करें। इनमें सिविल लाइन इंस्पेक्टर (9454402778) सीओ तृतीय (9454401241), एसपी सिटी (9454401011) व एंटी क्राइम हेल्पलाइन नंबर (9454402817) पर लोग संपर्क कर सकते हैं। पुलिस इन तस्वीरों को बस स्टैंड, टोल प्लाजा व रेलवे स्टेशन पर लगाने की भी तैयारी कर रही है।
पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा, स्वजन की डाक्टरों से झड़प
अलीगढ़ । संदीप के शव का पोस्टमार्टम दो डाक्टरों के पैनल ने किया। इसकी वीडियोग्राफी भी करवाई गई। पोस्टमार्टम के दौरान स्वजन की डाक्टरों से झड़प हो गई। पोस्टमार्टम में देरी पर स्वजन भड़क गए। गोली न मिलने को लेकर आक्रोश जताया। बाद में एक्सरे की मदद से गोली तलाशी गईं। इसे लेकर हंगामा हुआ। चर्चा है कि एक डाक्टर को थप्पड़ मार दिया। हालांकि पुलिस ने ऐसी किसी बात से इन्कार किया है। झड़प को लेकर मंगलवार शाम को डाक्टरों ने सीएमओ से मुलाकात कर पूरी बात रखी। उन्हें जानकारी दी कि पांच बजे पोस्टमार्टम शुरू हुआ था। एक्सरे में समय लगा था।
एक गोली कपड़ों में, तीन शरीर में मिलीं
पोस्टमार्टम के दौरान चार गोली मिली हैं। इनमें एक गोली कपड़ों में फंसी मिली है, दो गोली के टुकड़े सिर में पाए गए। दोनों टुकड़े दिमाग में थे। चौथी गोली फेफड़े में पाई गई। पोस्टमार्टम के बाद कारोबारी का शव सुबह करीब 10 बजे एटा के लिए रवाना कर दिया गया। पोस्टमार्टम हाउस पर भारी पुलिस बल तैनात रहा।
पिस्टल से चलाई थीं गोलियां
पुलिस को छह खोखे घटनास्थल से मिले हैं। पुलिस के मुताबिक, बदमाशों ने पिस्टल से गोली चलाई थी। पुलिस के मुताबिक, .32 बोर की पिस्टल का इस्तेमाल किया गया। बाकी फोरेंसिक टीम जांच कर रही है। संदीप की गाड़ी में भी कोई सामान नहीं मिला है।
जंगल में भागे थे बदमाश
पुलिस की एक टीम ने कावेरी अपार्टमेंट में जाकर पड़ताल की। हालांकि यहां ताला लगा हुआ था। इसके बाद टीम हरदुआगंज के माछुआ से पहले नहर किनारे उस जगह पर पहुंची, जहां बदमाश अपनी कार को छोड़ गए थे। यहां पूछताछ की गई तो पता चला कि बदमाश जंगल की तरफ भाग गए थे। यहां बदमाशों ने इंतजार भी किया। इसके बाद कहां चले गए। इसकी तलाश में पुलिस जुटी है।