स्कूल की जर्जर बिल्डिंग तोड़ते समय मजदूर के दो बच्चे घायल Hathras news
कोतवाली क्षेत्र के गांव तामसी में प्राथमिक विद्यालय की जर्जर बिल्डिंग को तोड़ते समय दो बच्चे घायल हो गए। रोशनदान के ऊपर लगे पत्थर को निकालते वक्त सीमेंट की चादर टूटने से यह हादसा हुआ। एक बच्चे को गंभीर हालत में उसके स्वजन आगरा ले गए।
हाथरस, जेएनएन : कोतवाली क्षेत्र के गांव तामसी में प्राथमिक विद्यालय की जर्जर बिल्डिंग को तोड़ते समय दो बच्चे घायल हो गए। रोशनदान के ऊपर लगे पत्थर को निकालते वक्त सीमेंट की चादर टूटने से यह हादसा हुआ। एक बच्चे को गंभीर हालत में उसके स्वजन आगरा ले गए।
इमारत तोड़नेे के लिए हुई थी नीलामी
गांव तामसी के प्राथमिक विद्यालय की पुरानी जर्जर इमारत के तोडऩे के लिए सितंबर माह में नीलामी कराई गई थी। ग्राम प्रधान श्यामवीर सिंह ने अधिक बोली लगाकर इमारत को तोडऩे एवं उसके मलवे में निकलने वाले ईंट एवं पत्थरों को अपने काम में लेने के लिए नीलामी अपने नाम ले ली। इसको तोडऩे के लिए प्रधान ने गांव के एक मजदूर परिवार कौशलेंद्र को ईंट पत्थर निकलने का ठेका दे दिया। कौशलेंद्र के परिवार के पूरे सदस्य उस इमारत को तोडऩे में लग गए। शनिवार को भी उसका परिवार उस इमारत को तोडऩे में लगा हुआ था। उसका 15 वर्षीय पुत्र चंद्रमोहन दीवार पर बने रोशन दान के ऊपर लगे पत्थर को निकालने के लिए इमारत के बरामदे में लगी पुरानी जर्जर सीमेंट की चादर पर चढ़ गया और पत्थर निकालने लगा। पत्थर काफी भारी था दीवार से निकाले जाने के बाद वह उसका वजन सह नहीं सका और पत्थर के साथ सीमेंट की टीन को तोड़ते हुए जमीन पर गिर पड़ा। बरामदे में सीमेंट की चादर के नीचे उसका 12 वर्षीय छोटा भाई कृष्णा भी था। चंद्र मोहन को बचाने के प्रयास में उसको भी चोटें आईं। मजदूर के परिजनों की चीख- पुकार सुनकर गांव के अन्य लोग भी मौके पर आ गए। ठेकेदार एवं मजदूर बच्चों के स्वजन बच्चों को इलाज के लिए सादाबाद ले गए, जहां चंद्र मोहन की हालत को देखते हुए उसके स्वजन उसे इलाज के लिए आगरा ले गए।
क्या बोले बीइओ
बीएसए कार्यालय के अनुमोदन के बाद खुली बैठक में प्राथमिक विद्यालय तामसी में पुरानी जर्जर इमारत की नीलामी की गई। जिस ठेकेदार ने नीलामी में अधिक बोली लगाकर वह इमारत ली थी, वही उस इमारत को तुड़वा रहा था। स्कूल बंद हैं पढऩे वाले किसी भी बच्चे को कोई चोट नहीं पहुंची है। मजदूर के दो बच्चे थे वह घायल हो गए हैं।
- सुबोध पाठक, बीईओ सादाबाद