एक दिन में साइबर ठगी के दो मामले, पुलिस ने वापस कराए रुपये, रडार पर आए ठग Aligarh news
क्वार्सी क्षेत्र के युवक व देहलीगेट की महिला से ठगी के बाद एक लाख रुपये वापस कराने के बाद पुलिस अब जांच में जुट गई है। ठगी करने वाला गिरोह अब पुलिस के रडार पर आ गया है।
अलीगढ़, जेएनएन । क्वार्सी क्षेत्र के युवक व देहलीगेट की महिला से ठगी के बाद एक लाख रुपये वापस कराने के बाद पुलिस अब जांच में जुट गई है। ठगी करने वाला गिरोह पुलिस के रडार पर आ गया है। पुलिस ने उन बैंक खातों को भी ट्रेस किया है, जिनमें रकम भेजी गई थी। इसी की मदद से पुलिस ने रुपयों को लौटवाया था। इसी क्रम में अब बैंक की मदद से पुलिस की टीमें ठगों तक पहुंचने में जुट गई हैं।
एक दिन में आए ठगी के दो मामले
दरअसल, अलीगढ़ पुलिस की साइबर सेल ने शनिवार को दो मामलों में 24 घंटे के अंदर ठगी के एक लाख रुपये वापस करा दिए थे। नगला पटवारी निवासी शोएब यूसुफ खान जमालपुर में ब्लड टेस्ट लैब चलाते हैं। यूसुफ के पास 13 मई को एक अनजान नंबर से काल आया। कालर ने परिचित बनकर कहा कि आपके मामा के पैसे देने थे। इसके लिए अपना गूगल-पे आइडी बता दीजिये। यूसुफ ने पहने मना किया। लेकिन, शातिर ने उन्हें बातों में फंसा लिया। इसके बाद यूसुफ को एक क्यूआर कोड भेजा गया, जिसे स्कैन करते ही उनके बैंक खाते से साढ़े 16 हजार रुपये कट गए। यूसुफ फौरन साइबर सेल पहुंचे। पुलिस ने जांच करके पता लगा लिया कि रकम किस खाते में गई है। रकम को फ्रीज कराकर 24 घंटे में वापस करा दिया गया। इसी तरह दूसरी धोखाधड़ी देहलीगेट निवासी दुर्गेश वार्ष्णेय के साथ हुई। दुर्गेश के क्रेडिट कार्ड के जरिये शातिरों ने 83 हजार छह सौ रुपये ठग लिए थे। साइबर सेल के प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि पेमेंट गेटवे की जानकारी करके रुपये को तत्काल रुकवाया गया। इसके बाद दोनों के खातों में पूरी रकम वापस आ गई। रुपये लौटने के बाद दोनों पीड़ितों ने पुलिस का धन्यवाद किया है। प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही धोखाधड़ी करने वाले शातिरों का पता चला लिया जाएगा।