पीड़ित के साथ मधुर व्यवहार कर यथा संभव समाधान का करें प्रयास : एसपी ट्रैफिक
एसपी ट्रैफिक सतीश चंद्र ने कहा पुलिसकर्मी किसी भी पीड़ित व्यक्ति के साथ मधुर व्यवहार करें। फिर उसकी परेशानी जानकर यथासंभव समाधान कराने का प्रयास करें। इससे पीड़ित को न केवल मौके पर ही तत्काल न्याय मिलेगा बल्कि उसका पुलिस के प्रति विश्वास और भी अधिक कायम हो सके।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता । एसपी ट्रैफिक सतीश चंद्र ने कहा कि पुलिस कर्मी किसी भी पीड़ित व्यक्ति के साथ मधुर व्यवहार करें। फिर उसकी परेशानी जानकर उसका यथा संभव समाधान कराने का प्रयास करें। इससे पीड़ित को न केवल मौके पर ही तत्काल न्याय मिलेगा बल्कि उसका पुलिस के प्रति विश्वास और भी अधिक कायम हो सके।
यूपी 112 पीआरवी कर्मियों के साथ की संगोष्ठी
एसपी ट्रैफिक रविवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में यूपी 112 पीआरवी कर्मियों के साथ संगोष्ठी को संबाेधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बेहतर पुलिसिंग का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि सूचना मिलते ही रेस्पांश टाइम को बेहतर बनाते हुए घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने के साथ ही उच्चाधिकारियों को भी इससे अवगत कराएं। डयूटी प्वाइंट पर गाडी के अंदर न बैठकर संदिग्ध व्यक्तियों पर सतर्क दृष्टि रखें। ड्यूटी पर अनावश्यक रूप से मोबाइल फोन का प्रयोग न करें। गस्त के दौरान पीआरवी गाड़ी को ऐसे स्थान पर खड़ा करें जहां आम आदमी की नजर जा सके। रात में फ्लैसर को चालू रखें। इस दौरान सीओ नरेंद्री सैनी, प्रभारी यूपी-112 हरिशंकर वर्मा मौजूद रहे।
थानों व कार्यालयों में चला सफाई अभियान
एसएसपी कलानिधि नैथानी के निर्देश पर रविवार को रिजर्व पुलिस लाइन के जिम, आरओ, बैरक, कैंटीन, क्वार्टर गारद, पुलिस आफिस के अलावा थानों व पुलिस चौकी पर साफ-सफाई कर श्रमदान किया गया। यहां शस्त्रों की साफ-सफाई भी की गयी। नवीन पुलिस लाइन छेरत में आरटीसी प्रभारी के नेतृत्व में रंगरूट के साथ मिलकर साफ-सफाई कर श्रमदान किया गया ।
मिशन शक्ति अभियान में नारी सुरक्षा व नारी सम्मान
मिशन शक्ति अभियान के तहत रविवार को नारी सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन के प्रति बालिकाओं में सशक्तिकरण व विश्वास का वातावरण बनाने के लिए जागरुकता अभियान चलाया गया। इसमें बालिकाओं को वूमेन पावर लाइन 1090, महिला हेल्प लाइन 181, एंबुलेंस 108, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076, पुलिस की आपातकालीन सेवा 112, चाइल्ड लाइन 1098, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 102 का प्रयोग करने को जागरुक किया गया। थानों में महिला हेल्प डेस्क पर भी शिकायत दर्ज की जा सकती है।