हर उम्र के लोगों को 'मन कक्ष' में दिया जा रहा मानसिक रोगियों को इलाज,
मानसिक तनाव से गुजर रहे मरीजों को अब स्वास्थ्य विभाग की टीम ही तलाश कर उनका इलाज करती है। खास बात यह है कि उन्हें उपचार भी घर पर दिया जा रहा है।
हाथरस (जेएनएन)। मानसिक तनाव से गुजर रहे मरीजों को अब स्वास्थ्य विभाग की टीम ही तलाश कर उपचार कर रही है। इसके लिए जिला अस्पताल में 'मन कक्ष' की स्थापना भी की गई है, जहां मानसिक रोगियों की काउंस¨लग भी की जा रही है।
हर उम्र के लोग आ रहे चपेट में
आजकल तमाम स्कूली बच्चे और महिलाएं भी मानसिक रोग की चपेट में आ रही हैं। अक्सर उनके दिमाग में बीमार होने की गलतफहमी पल जाती है। बीमारी को लेकर ऐसे बच्चे व महिलाएं टेंशन में रहते हैं, जिसके कारण सामान्य व्यक्ति की तरह वे अपनी ¨जदगी नहीं जी पाते हैं। मानसिक रूप से तनावग्रस्त स्कूली बच्चों व महिलाओं की काउंस¨लग कराने की व्यवस्था अब जिला अस्पताल में हो गई है। जिला अस्पताल में 'मन कक्ष' की स्थापना इसी उद्देश्य से की गई है, जहां हफ्ते में तीन दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को मनोचिकित्सक अजय कुमार मन कक्ष में बैठकर मानसिक रूप से तनावग्रस्त लोगों की काउंस¨लग करके उन्हें दवाई उपलब्ध कराते हैं।
मानसिक रोगियों की होती है काउंसलिंग
सप्ताह के तीन दिन मनो चिकित्सक व उनकी टीम गांवों में जाकर मानसिक रूप से पीड़ित लोगों की काउंस¨लग करती है। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत भी मंद बुद्धि बच्चों का परीक्षण किया जाता है। चिकित्सक अजय कुमार ने बताया कि पांच लोगों की उनकी टीम है, जो हफ्ते में तीन दिन अस्पताल में मानसिक रूप से पीड़ित लोगों की काउसं¨लग करने के साथ-साथ उन्हें दवाई भी देती है। हफ्ते में तीन दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी टीम जाती है। इससे मरीजों को फायदा हो रहा है।