ट्रेनों में सुरक्षित नहीं महिलाओं का सफर Aligarh news
सरकार भले ही महिलाओं की सुरक्षा का लाख दावा करे लेकिन हकीकत ये है कि महिलाएं अभी भी सुरक्षित नहीं हैं और उन्हें हर वक्त डर सताता रहता है।
अलीगढ़ [ रिंकू शर्मा ] : सरकार भले ही महिलाओं की सुरक्षा का लाख दावा करे लेकिन हकीकत ये है कि महिलाएं अभी भी सुरक्षित नहीं हैं और उन्हें हर वक्त डर सताता रहता है। खासकर दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर पैसेंजर ट्रेनों में अकेले सफर करने वाली महिलाएं आए दिन मनचलों की हरकतों का शिकार बन रही हैं। कई बार विरोध करने पर उन्हें मारपीट व अभद्रता से भी रूबरू होना पड़ रहा है। आउटर पर मनचलों का गैंग चेन पुलिंग कर उतर जाता है। जीआरपी व आरपीएफ छेड़छाड़ व मनचलों की हरकतों पर कोई अंकुश नहीं लगा पा रही हैं। पिछले तीन सालों में महिलाओं से अभद्रता के 39 मामले दर्ज हुए हैं। हालांकि, स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इनकी संख्या जल्द बढ़ाई भी जा रही है।
तीन साल में दर्ज मामले
वर्ष, वारदात
2017, 10
2018, 142019, 15
केस -एक
तीन अगस्त 2019 को कोटा, राजस्थान निवासी मां-बेटी से महाबोधि एक्सप्रेस में बदमाश चलती ट्रेन में पर्स लूटकर भाग गए। जीआरपी ने मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया।
केस-दो
12 सितंबर 2019 को महानंदा एक्सप्रेस में फीरोजाबाद की एक किशोरी से मनचले ने छेड़छाड़ कर दी। शोर मचाने पर आरोपित को यात्रियों ने दबोचकर जीआरपी एस्कॉर्ट के हवाले कर दिया।
केस- तीन
13 सितंबर 2019 को दिल्ली से लखनऊ जा रही ट्रेन में मनचलों ने सफर कर युवती से लूटपाट की। शोर-शराबे पर पहुंचे अन्य यात्रियों को देख मनचलों ने युवती को खींचकर फीरोजाबाद के पास ट्रेन से नीचे फेंक दिया और खुद भी चेन पुलिंग कर भागने में सफल रहे। हादसे में युवती की मौत हो गई।
केस- चार
20 अक्टूबर 2019 को गरीबरथ एक्सप्रेस ट्रेन में प्रयागराज हाईकोर्ट की अधिवक्ता से कोच अटेंडेंट ने छेड़छाड़ के साथ अभद्रता की थी। महिला अधिवक्ता ने अटेंडेंट के थप्पड़ जड़ दिया था। जीआरपी थाने में पीडि़ताओं ने मुकदमा दर्ज कराया।
रोजाना मिलती हैं शिकायतें
रेलवे कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 182 पर रोजाना ही यात्रियों की ढेरों शिकायतें मिलती हैं। यात्री रेल मंत्रालय व रेल मंत्री के ट्विटर अकाउंट पर भी शिकायतें दर्ज कराते हैं। एसपी जीआरपी आगरा जोगेंद्र सिंह, कहा ट्रेनों में महिला सुरक्षा पर खास जोर दिया जा रहा है। सभी ट्रेनों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इंस्पेक्टर आरपीएफ सीएस तोमर, ट्रेनों में सुरक्षा व संरक्षा के प्रति आरपीएफ सजग है। सुरक्षा के दृष्टिगत ट्रेनों में एस्कॉर्ट तैनात रहता है।
स्टेशन पर नजर
- 07 प्लेटफार्म हैं स्टेशन पर
-240 ट्रेनें गुजरती हैं यहां से
- 90 ट्रेनों का हैं ठहराव
-64 सुपर फास्ट ट्रेनें रुकती हैं
-26 एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों का होता है ठहराव
150 ट्रेनें यहां नहीं रुकतीं
कैमरों की व्यवस्था
-15 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं स्टेशन पर।
-3 प्लेट फार्म पर ही लगे हैं कैमरे, इनमें प्लेट फार्म नंबर एक, दो व तीन हैं।
-30 सीसीटीवी कैमरे नए लगाए जाने हैं।
-02 नंबर प्लेटफार्म के साथ ही सुर्कलेटिंग एरिया में लगाए जाएंगे नए कैमरे।
-04 नंबर प्लेट फार्म के अलावा प्लेटफार्म नंबर 05, 06, 07 पर भी लगाए जाने हैं नए कैमरे