आज रात आठ से बुधवार सुबह सात बजे तक रहेगा जिले में रहेगा लॉकडाउनAligarh News
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए अब सरकार ने सप्ताह में तीन दिन लाकडाउन कर दिया है। ऐसे में शुकवार शाम आठ बजे से मंगलवार सुबह सात बजे तक बाजार रहेंगे। वहीं मंगलवार को जिले भर में साप्ताहिक बंदी रहती हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए अब सरकार ने सप्ताह में तीन दिन लाकडाउन कर दिया है। ऐसे में शुकवार शाम आठ बजे से मंगलवार सुबह सात बजे तक बाजार रहेंगे। वहीं, मंगलवार को जिले भर में साप्ताहिक बंदी रहती हैं। ऐसे में अलीगढ़ जिले शुक्रवार रात आठ बजे से बुधवार सुबह सात तक संपूर्ण बंद रहेगा। इसमें केवल आवश्यक सेवाओं को ही छूट मिलेंगी।
शादी-विवाह नियमानुसार होंगे
शादी-विवाह भी नियमानुसार होते रहेंगे। राज्य परिवहन निगम की रोडवेज बसें भी नहीं चलेगी। आपात स्थित में बसें चलेंगी। पूर्व की तरह ही दूध, फल, सब्जी की दुकानें सुबह 7 से 11 और शाम 4:30 से 7:30 बजे के बीच खुलेंगी। वहीं, सभी बार, मॉडल शॉप, बीयर, देशी-विदेशी शराब दुकानों को बंद रखा जाएगा। शादी समारोह में बंद स्थान पर 50 व खुले स्थान पर सौ लोग शामिल होंगे। पंचायत चुनाव व मतगणना से जुड़े कार्मिकों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं होगी। अग्निशमन विभाग द्वारा नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत/ग्राम पंचायत स्तर पर स्वच्छता, सफाई का विशेष अभियान चलाकर सैनिटाइजेशन किया जाएगा। मास्क लगाने के लिए लोगों को जागरुक किया जाएगा। इसमें पहली बार में एक हजार रुपये और दूसरी बार दस हजार रुपया का जुर्माना किया जाएगा। अंतिम संस्कार में अधिकत 20 लोग शामिल हो सकेंगे।
रमजान माह का तीसरा जुमा आज, घर-घर होगी नमाज
माह-ए-रमजान के तीसरे जुमे की नमाज अकीदत के साथ अदा की जाएगी। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मस्जिदों में इमाम, मौजिन और कमेटी के सदस्य ही नमाज अदा करेंगे। बाकी लोग अपने घर पर नमाज अदा करेंगे।
गुरुवार को रमजान का 16वां रोजा था। रोजेदारों ने खजूर से रोजा खोला और अल्लाह से रोजा कुबूल करने की दुआ की। समाजसेवी गुलजार अहमद ने बताया कि रमजान में जुमे की नमाज का बहुत महत्व होता है। रोजेदार इस दिन विशेष नमाज अदा कर अल्लाह से दुआ करते हैं। कोरोना महामारी के चलते देशभर में संकट छाया हुआ है। इसलिए मस्जिदों की बजाय घरों में ही नमाज अदा करने का फैसला लिया गया है। रोजेदार अल्लाह से कोरोना वायरस के खात्मे की दुआ भी कर रहे हैं। श्नमाज के बाद मस्जिदों के इमाम आलिम माह-ए-रमजान की अहमियत, सबाब और दीनी बातों पर तकरीर पेश करेंगे।