तीसरी नजर को भी धोखा दे रहे सड़कों को गंदा करने वाले, जानिए क्या है मामला Aligarh news
शहर काे साफ-स्वच्छ रखने की नगर निगम ने योजनाएं तो खूब बनाई लेकिन सफलता किसी में नहीं मिली। सालभर पहले योजना बनी थी कि सड़कों को गंदा करने वालों पर कार्रवाई होगी इन पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी।
अलीगढ़, जेएनएन। शहर काे साफ-स्वच्छ रखने की नगर निगम ने योजनाएं तो खूब बनाई, लेकिन सफलता किसी में नहीं मिली। सालभर पहले योजना बनी थी कि सड़कों को गंदा करने वालों पर कार्रवाई होगी, इन पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी। सफाई कर्मचारी भी निगरानी करेंगे। लेकिन, अब तक किसी भी व्यक्ति पर कार्रवाई नहीं हो सकी। जबकि, शहर के कोने कोने में हाईटेक कैमरे लगे हैं। कैमरों को कंट्रोल करने वाले स्टाफ की नजर सड़कों पर कूड़ा फेंकने वालों पर नहीं जाती।
सड़क पर कूड़ा फेंकने की आदत पड़ गयी
सड़क पर कूड़ा फेंकना ज्यादातर लोगों की आदत बन गई है। नालों में भी कचरा डाल दिया जाता है। इसी आदत को छुड़ाने के लिए सीसीटीवी कैमरों से ऐसे लोगों की निगरानी और पहचान करने की योजना बनाई गई थी। दावा था कि जनवरी, 2021 से शहर में 18 तिराहे-चौराहों के अलावा 22 अन्य प्वाइंट पर लगे स्मार्ट कैमरे निगरानी शुरू कर देंगे। प्रत्येक प्वाइंट से 500 मीटर एरिया कवर होगा। सेवा भवन स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल (आइसीसीसी) से कूड़ा फेंकने वाले लोगों पर नजर रखी जाएगी। इन्हें चिह्नित कर जुर्माना व मुकदमे की कार्रवाई होगी। लेकिन, ऐसा हो न सका। किशनपुर तिराहा, एटा चुंगी, लालडिग्गी, पुलिस कंट्रोल रूम, बरछी बहादुर, मैरिस रोड, अचल ताल, गौंडा पुल, बारहद्वारी, मामू भांजा, मीरूमल प्याऊ, केला नगर, दीवानी, गौंडा मोड़, जकरिया मार्केट, मेडिकल रोड, कलक्टेट, सब्जीमंडी, ऊपरकोट, ओएलएफ, अब्दुल करीम चौराहा पर लगे कैमरे सिर्फ ट्रैफिक मैनजमेंट तक ही सीमित रहे। कलेक्शन प्वाइंट से कूड़ा उठने के बाद पुन: कूड़ा फेंका जा रहा है, इस पर भी अंकुश नहीं लगाया जा सका है।