UP Big Accident : सामने मौत थी...नई जिंदगी मिली Aligarh News
न रफ्तार अधिक तेज थी न भीड़ थी। एक तेज आवाज और फिर सामने धूल। यह आवाज बस का अगला टायर फटने की थी लेकिन जब तक संभालते तब तक बहुत कुछ बिगड़ चुका था। सामने मौत नजर आ रही थी। बच गए। लग रहा है नई जिंदगी मिली है।
By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Published: Sun, 07 Mar 2021 06:31 AM (IST)Updated: Sun, 07 Mar 2021 06:31 AM (IST)
अलीगढ़, रिंकू शर्मा। UP Big Accident : न रफ्तार अधिक तेज थी, न भीड़ थी। एक तेज आवाज और फिर सामने धूल। यह आवाज बस का अगला टायर फटने की थी, लेकिन जब तक संभालते तब तक बहुत कुछ बिगड़ चुका था। सामने मौत नजर आ रही थी। बच गए। लग रहा है नई जिंदगी मिली है। चोट है। सही हो जाएगी।
ऐसे हुआ हादसा
इन शब्दों के साथ प्रकाश चंद्र रो दिए। कभी आसमान की ओर देख हाथ जोड़ते तो कभी घायलों की ओर देख चिंता जताते। वे बल्लभगढ़ डिपो की बस को चला रहे थे। अलीगढ़ से बस लेकर बल्लभगढ़ जा रहे थे। इसमें करीब 45 यात्री थे। हंसी-मजाक की आवाज उनके कानों तक पड़ रही थी। लेकिन, अलीगढ़-पलवल रोड पर गांव करसुआ के पास हंसी-चीखों में बदल गई। एक पल तो प्रकाशचंद कुछ समझ नहीं पाए। खून से लथपथ वे दीनदयाल अस्पताल में आए तो अन्य घायलों के ारे में पूछने लगे। उनके पैरों और हाथों में चोट थी। उन्होंने बताया कि अचानक सब कुछ हुआ। किसी तरह उन्होंने गाड़ी पर नियंत्रण पाने की कोशिश की लेकिन तब तक गाड़ी डिवायडर पर चढऩे के साथ ही दूसरी ओर चली गई और दूसरी बस से जा भिड़ी। इसके बाद उनकी आंखें बंद हो गईं। होश आया तो खुद को अस्पताल में पाया। हालांकि चोट काफी है फिर भी खुद को सही सलामत पाया तो भगवान का शुक्र अदा करने के अलावा कुछ नहीं बचता।
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आंखों के सामने तैर रहा हादसे का मंजर
रिश्तेदारी में शादी है। इसके लिए बल्लभगढ़ के गांव नीमका के शाहिद सैफी पलवल डिपो की बस से अलीगढ़ आ रहे थे। सफर यहां समाप्त नहीं होता, जाना गोरखपुर था। यहां से दूसरी बस में सवार होना था, लेकिन वक्त कब क्या कर दे, कौन सा रास्ता मोड़ दे, कुछ नहीं पता। शाहिद इन शब्दों से चिंतित भी होते है और उदास भी। हादसे में घायल होने के बाद दीनदयाल पहुंची तो अपनी बेटी फैजी और पत्नी फातिमा की खैरियत जानने को बेताब थे। बोले, ह मंजर अभी भी आंखों के सामने तैर रहा है। चालक के ठीक पीछे सीट पर बैठे थे। तभी दूसरी साइड से बस डिवायडर से उतरकर बस से जा भिड़ी। भिड़ंत इतनी जोर की थी कि उनके समेत तमाम सवारियां सीटों से नीचे आ गिरे।
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अलीगढ़ जिले के प्रमुख सड़क हादसे
17 फरवरी 2017- मडराक में मिनी बस-ट्रक भिडंत में 10 की मौत
26 नवंबर 2017 - खैर में सोफा नहर में कार पलटने पर पांच की मौत
01 फरवरी 2018- अतरौली में कार नाले में पलटने से दारोगा समेत सात की मौत
01 जुलाई 2018- यमुना एक्सप्रेस बस पलटने से दो की मौत, 60 लोग घायल
04 सितंबर 2018- मडराक में बारात की बस व मिनी बस की भिड़ंत में 13 की मौत
20 जनवरी 2019- अतरौली में टेंपो पलटने से चार की मौत
16 जुलाई 2019- जवां के तेजपुर में बस पलटने से छह की मौत
10 अक्टूबर 2020- टप्पल के यमुना एक्सप्रेस वे पर बस पलटने से तीन की मौत, 11 घायल
05 मार्च 2021 - जवां में हाईवे पर टेंपो पलटने से तीन की मौत, 29 घायल
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