अलीगढ़ में बस के इंजन में ट्रक घुसते ही मच गई चीत्कार
हादसे के बाद बस में सवार लोकेश ने बताई आपबीती तो जुबान भी कांप गई।
जासं, अलीगढ़ : महुआखेड़ा थाना क्षेत्र के धनीपुर मिनी एयरपोर्ट के पास हुए हादसे में बस सवार यात्री रात तक सहमे रहे। हादसा इतना भीषण था कि किसी के पैर कट गए तो किसी के हाथ। चीत्कार ऐसी कि किसी मां का गला अपने बच्चे को पुकारते सूख गया तो कोई बेटा मां को घायल देखकर होश खो बैठा। बस में सवार लोकेश ने आंखों देखा हाल बताया तो जुबान भी कांप गई। बोले, सब कुछ ठीक था। अचानक तेज आवाज आई। नजर सीधे बस के इंजन में घुसे ट्रक पर पड़ी। आंखों के सामने अंधेरा छा गया। बचने के लिए खिड़की से कूदने का प्रयास किया। ट्रक बस को चीरते हुए अंदर आ घुसा था। हादसे में लोकेश के सिर व पैर में चोट लगी है। देररात उन्हें अस्पताल में छुट्टी मिली तो घर पहुंचकर हादसे की तस्वीर आंखों के सामने आकर बार-बार परेशान करती रही।
कासगंज से आ रही बस में सभी यात्री शांत बैठे थे। किसी को खबर तक नहीं थी कि अगले पल क्या होने वाला है। ठंड के बीच हल्का कोहरा जरूर था। लेकिन, इतना नहीं कि सामने का दृश्य न दिखे। एयरपोर्ट के पास एक तरफ का रास्ता बंद होने से वाहनों को दूसरी तरफ से निकाला जा रहा था। ऐसे में बस के सामने अचानक कब ट्रक आ गया। किसी को पता नहीं चला। बस हादसे के बाद ऐसी चीख-पुकार मची कि आसपास के गांव के लोग भी दौड़ पड़े। बस दो-फाड़ हो चुकी थी। जिसने भी बस को देखा, सहम गया। अपनों को खून से लथपथ देखकर अपने ही लाचार नजर आए। महुआखेड़ा थाना पुलिस हाईवे पर ही थी तो कुछ मिनटों में ही मौके पर आ गई। तत्काल रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया गया। 12-14 एंबुलेंस बुलाई गईं और आधा घंटे के अंदर सभी घायलों को पास के ही दो अलग-अलग निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। बस में सवार डोरी नगर निवासी लोकेश कासगंज से अपने भाई को छोड़कर लौट रहे थे। वे उसी तरफ सवार थे, जहां से बस क्षतिग्रस्त हुई। हादसे के बाद कुछ देर को सन्न हो गए। फिर तुरंत अपने भाई को फोन लगाकर सूचना दे दी। इसके बाद क्या हुआ, वे नहीं जानते। इतना जरूर कहा कि जीवनभर इस हादसे को नहीं भूल पाऊंगा। हादसे का कारण स्पष्ट नहीं
दोनों वाहनों की आमने-सामने भिड़ंत हुई। सिगल रूट होने के चलते दोनों एक ही रफ्तार में थीं। हालांकि हादसे का कोई कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। लेकिन, लोगों का कहना था कि एक तरफ का रास्ता बंद होने से ऐसा हुआ। वहीं कुछ लोग डायवर्जन न होने के चलते हादसा होने की बात कह रहे थे। पुलिस अधिकारी कोहरे को भी हादसे का कारण मान रहे थे। तीन दिन पहले भी यहीं हुआ था हादसा
हाईवे पर इसी प्वाइंट पर शनिवार रात को भी बड़ा हादसा हुआ था। रात में ट्रक व कार की आमने-सामने भिड़ंत में छर्रा के शराब कारोबारी अशोक गुप्ता व होटल संचालक अमित माहेश्वरी की मौत हो गई थी। इसके बाद भी किसी विभाग ने हादसों पर नियंत्रण लगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। एक ट्रक चल रहा था पीछे
जिस ट्रक से टक्कर हुई थी, उसमें सेब भरे थे। इसे सुरिदर चला रहे थे, जबकि इसके पीछे एक और ट्रक चल रहा था। वो भी जम्मू से आया था। इसके चालक जम्मू-कश्मीर के ऊधमपुर निवासी तारिक इकबाल थे। तारिक थोड़ी दूरी पर थे। उन्होंने बताया कि कश्मीर से सेब लेकर कोलकाता जा रहे थे। हादसे के बाद तारिक ने ही सुरिदर के घर पर सूचना दी। 20 लोगों की मौत की
अफवाह, शासन तक गूंज
हादसे के बाद अफवाह उड़ा दी गई है कि कई लोगों की मौत हो गई है। इसमें शुरुआत में सात-आठ लोगों के मरने की बात बताई गई। रात में इंटरनेट मीडिया पर 20 लोगों की मौत का संदेश वायरल होने लगा। कुछ भाजपा नेताओं ने भी इस संदेश को आगे बढ़ाया। ऐसे में बड़ी घटना की गूंज शासन तक भी पहुंच गई। मुख्यमंत्री ने खुद घटना का संज्ञान लिया। डीएम-एसएसपी ने घायलों को त्वरित मदद दिलाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। इसके बाद एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत, सीओ द्वितीय मोहसिन खान मौके पर पहुंचे। महुआखेड़ा थाना प्रभारी सुनील कुमार ने दो थाने के पुलिस बल की मदद से वाहनों को हटवाकर रास्ते को सुचारू करवाया। इधर, गांधीपार्क इंस्पेक्टर वंशीधर पांडेय अस्पताल पहुंचे और घायलों का उपचार शुरू कराया। पुलिस को व्यवस्था को ठीक करने में करीब पांच घंटे का समय लगा। एसपी सिटी ने बताया कि जेएन मेडिकल कालेज में घायलों का उपचार चल रहा है। जम्मू-कश्मीर के चालक
समेत ये हुए घायल
कासगंज के भोपालगढ़ी निवासी पुरुषोत्तम, हमदर्द नगर ए निवासी सूफी मोहम्मद, ट्रक चालक जम्मू-कश्मीर के जिला उधमपुर के थाना कनैनी निवासी सुरेंद्र के अलावा गंगीरी के नगला लोकी निवासी 36 वर्षीय रश्मि देवी पत्नी स्व. रामवीर, गंगीरी के गांव तेहरा निवासी कमल, डोरी नगर निवासी लोकेश, नौरंगाबाद छावनी निवासी ममता पत्नी राधेश्याम, जमालपुर के पास बरहेती निवासी पांच वर्षीय अरुण पुत्र ओमप्रकाश, सुधा पत्नी ओमप्रकाश, गंगीरी के कुतुबपुर अमरपुर निवासी देवेंद्र सिंह, अकराबाद के पिलखना निवासी सलाउद्दीन व मोमीन, अकराबाद निवासी वीरेंद्र व उर्मिला।