पूरी बस की एक दिन पहले की टिकट काटी, कंडक्टर बोला लखनऊ से सही करवा दो Hathras News
परिवहन निगम की बसों में लापरवाही का एक और मामला प्रकाश में आया है। शनिवार को अलीगढ़ डिपो की बस में कंडक्टर ने एक दिन पुरानी टिकट काट दी। बस में सफर कर रही सवारियों ने कहा तो कंडक्टर ने दो टूक कहा कि मेरे बस का नहीं है।
हाथरस, जागरण संवाददाता। परिवहन निगम की बसों में लापरवाही का एक और मामला प्रकाश में आया है। शनिवार को अलीगढ़ डिपो की बस में कंडक्टर ने एक दिन पुरानी टिकट काट दी। बस में सफर कर रही सवारियों ने कहा तो कंडक्टर ने दो टूक कहा कि मेरे बस का नहीं है, लखनऊ जाकर मशीन की तारीख बदलवा लो।
सवारियों ने जताया ऐतराज
अलीगढ़ डिपो की बस संख्या यूपी 81 ए एफ-1695 शनिवार को अलीगढ़ से सुबह आगरा-फिरोजाबाद वाया हाथरस जा रही थी। कंडक्टर मशीन से टिकट काट रहा था। इस बीच मडराक टोल पर पहुंचते ही एक यात्री की नजर टिकट पर प्रिटेंड तारीख पर नजर पड़ी तो उस पर 29 अक्टूबर 2021 अंकित थी जबकि आज तारीख 30 अक्टूबर 2021 थी। सवारियों ने एतराज किया। कुछ यात्री सरकारी व प्राइवेट नौकरी वाले ऐसे भी थे जोकि टिकट दिखाकर रिफंड कराते हैं। कंडक्टर ने जवाब देते हुए कहा कि यह मशीन लखनऊ से फीड की जाती हैं। जिसे जरूरत है वह लखनऊ जाकर सही करवा ले। इसमें में कुछ नहीं कर सकता। बस में 70 से अधिक सवारियां थी। बस में हनुमान चौकी से लेकर हाथरस तक सवारियां उतरती रहीं।
हाथ से भी काट रहे हैं टिकट
उत्तराखंड परिवहन निगम व उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की आगरा और अलीगढ़ के बीच चलने वाली कुछ बसें ऐसी भी हैं, जिनके कंडक्टर आज भी हाथ से टिकट काटते हैं। जब सवारियां एेतराज करती हैं तो उन्हें यह जवाब मिलता है कि हमें मशीन नहीं दी गई है या फिर मशीन खराब है। कोई कंडक्टर प्रिंट के लिए रील न होने का भी बहाना भी लगाता है। पूर्व में फर्जी टिकट काटने का मामला कई बार पकड़ा जा चुका है। कंडक्टरों का यह भी कहना होता है कि हमने कई बार अधिकारियों से कहा है लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है।
अनबुक लगेज की कमाई जा रही है स्टाफ की जेब में
नियमानुसार बस में ढोने वाले लगेज की टिकट काटनी चाहिए और उसका पैसा परिवहन निगम के खाते में नहीं जा रहा है। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की आगरा से अलीगढ़ होते हुए देहरादून, हरिद्वार, मुरादाबाद जाने वाली बसें दिन और रात के समय भारी माल ढो रही है। इस माल की कोई टिकट नहीं काटी जा रही है।