परियोजना प्रशासन के खिलाफ सफाईकर्मियों ने खोला मोर्चा, गए हड़ताल पर, जानिए मामला
प्रशासन की तरफ से हरदुआगंज परियोजना में अवैध आवासों को घेर कर रह रहें लोगों के खिलाफ चल रहीं कार्रवाही से आक्रोशित सफाई कर्मी गुरूवार को सड़क पर उतर आएं और प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अनिश्चित काल के लिए हड़ताल कर दी।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता । प्रशासन की तरफ से हरदुआगंज परियोजना में अवैध आवासों को घेर कर रह रहे लोगों के खिलाफ चल रहीं कार्रवाही से आक्रोशित सफाई कर्मी गुरूवार को सड़क पर उतर आएं और प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अनिश्चित काल के लिए हड़ताल कर दी। डीएम के निर्देश पर एसडीएम कोल के नेतृत्व में हरदुआगंज तापीय विद्युत परियोजना में अवैध आवासों को घेर कर रह रहें लोगों के खिलाफ 25 अगस्त से लगातार अवैध आवासों की बिजली, पानी काट कर उन्हें खाली करवाया जा रहा है।
बरौली विधायक से मिले परियोजना के सफाई कर्मचारी
फस्ट टाइप में दर्जनों की संख्या में रह रहें सफाई कर्मियों ने परियोजना प्रबंधन से मांग की है कि उन्हें आवासों से न निकाला जाए क्योंकि वह सालों से परियेाजना में रह कर काम कर रहे। इस आवास समस्या को लेकर सफाई कर्मी बरौली विधायक ठाकुर दलवीर सिंह से मिलें लेकिन उन्हें वहां से आश्वासन में आवासों को खाली करने का समय जरूर मिल गया। सफाई कर्मियों ने प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि उन्हें कुुछ दिनों से लगातार परेशान किया जा रहा है। जब तक हमें प्रबंधन की तरफ से आवासोें में रहने का आदेश नहीं दिया जाता तब तक हम अनिश्चित काल के लिए हड़ताल पर रहेंगे।
25 अगस्त से लगातार हो रही कार्रवाई
इधर सिविल विभाग की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रहीं पहले विभाग के अधिकारियों की मिली -भगत से परियोजना के आवास बहारियों के कब्जे में चले गए। आवासों के अवैध कब्जों की शिकायत परियोजना के संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा जब लखनऊ पहुंची। तब कहीं जाकर विभाग की आवासों को खाली कराने की कुंभकर्णी नींद टूटी, लेकिन आवासों को खाली कराने में अधिकारियों के पसीने छूट गए। जिसके लिए विभाग ने प्रशासन से मदद मांगी प्रशासन के दखल के बाद 25 अगस्त से एसडीएम के नेतृत्व में लगातार कार्रवाही की जा रहीं है।
सफाई कर्मियों के हड़ताल से प्रशासन को छूटे पसीने
वहीं दूसरी तरफ सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से विभाग के माथे पर चिंता की लकीर जरूर खींच दी है। विभाग के लिए सबसे बड़ा चैलेंज इस बात का होगा कि अब किस तरह से वह परियोजना चिकित्सालय से लेकर परिसर की सफाई किस प्रकार करवायेंगा।