हिजाब पहनाने की धमकी देने वाले छात्र की अभी गिरफ्तारी नहीं, हिंदुत्ववादी संगठनों में आक्रोश
छात्र बिहार का है। इसलिए बिहार की पुलिस से संपर्क किया जा रहा है। वहीं एएमयूू छात्र को दिए गए नोटिस के जवाब का इंतजार कर रही है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) छात्रा को पीतल का हिजाब पहनाने की धमकी देने वाले छात्र की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। छात्र बिहार का है। इसलिए बिहार की पुलिस से संपर्क किया जा रहा है। वहीं, एएमयूू छात्र को दिए गए नोटिस के जवाब का इंतजार कर रही है। जबकि हिंदुत्ववादी संगठनों में आक्रोश है।
करणी सेना के पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वïान पर एसीएम द्वितीय को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा है कि इतने गंभीर मामले के बाद भी विश्वविद्यालय के प्रबंधन ने दोषी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। यह पूरी तरह से गलत है। शिक्षा के मंदिर में धार्मिक आधार पर भेदभाव बर्दाश्त नहीं होगा। अगर कार्रवाई नहीं तो आंदोलन करेंगे। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष युवा गौरव चौहान, सुशील सिह राणा, रेनू शर्मा, मनोज चौहान समेत अन्य मौजूद रहे। पूर्व ब्लॉक प्रमुख शशि सिंह का कहना है कि छात्रा पर किसी किस्म का दबाव बनाना व अशोभनीय टिप्पणी करना मर्यादा के खिलाफ है। मैं इसका विरोध करती हूं। एएमयू प्रशासन व जिला प्रशासन से मांग है कि आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। महिलाओं का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीओ अनिल समानिया का कहना है कि पूरे प्रकरण की गहनता से जांच की जा रही है। छात्र बिहार का रहने वाला है। वहां की पुलिस के जरिये छात्र से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। जिस आइडी से पोस्ट की गई है, उसकी भी जांच हो रही है। जांच में एएमयू प्रशासन का भी सहयोग लिया जा रहा है।
छात्रा की मां ने कुलपति को पत्र लिखकर सुरक्षा पर चिंता जता चुकी है। ट्विटर पर पोस्ट किए इस पत्र में छात्रा की मां ने कहा कि इरादतन मेरी बेटी की छवि को खराब करने की कोशिश की गई है। जब बेटी ने उस टिप्पणी को सभी के सामने शेयर किया तो उसे ट्रोल किया गया। आरोपित छात्र के दोस्त मेरी बेटी का अपमान करते हैं। इसके बाद छात्र राहबर दानिश धमकी देता है कि 'लॉकडाउन के बाद इंशाअल्लाह आपको भी हिजाब पहनाया जाएगाÓ। इतना सब होने के बाद बेटी ने एसएसी व वूमन सेल को शिकायत की। आरोपित छात्र ने एएमयू प्रशासन को मनगढ़ंत कहानी सुना दी, जो सही नहीं है। उन्होंने पत्र के जरिये एएमयू प्रशासन को गंभीरता से जांच करने की मांग की है।