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जहाज दौड़ा नहीं... हवाई पट्टी उडऩे लगी, तीन अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट

राजकीय निर्माण निगम ने कई महत्वपूर्ण काम शासन की स्वीकृति के बिना करा लिए हैं। अब बजट न होने से निर्माण अटक गया है।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Wed, 15 Jul 2020 04:31 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 04:31 PM (IST)
जहाज दौड़ा नहीं... हवाई पट्टी उडऩे लगी,  तीन अधिकारियों  के खिलाफ चार्जशीट
जहाज दौड़ा नहीं... हवाई पट्टी उडऩे लगी, तीन अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट

अलीगढ़ (जेएनएन)।  धनीपुर हवाई पट्टी ( मिनी हवाई अड्डा ) बनते-बनते ही जर्जर होने लगा है। उड़ान से पहले ही रनवे पर पेचवर्क हो गया है। दीवार ढहने से दोबारा काम कराया गया। राजकीय निर्माण निगम ने कई महत्वपूर्ण काम शासन की स्वीकृति के बिना करा लिए हैं। अब बजट न होने से निर्माण अटक गया है। रास्ते के लिए टर्मिनल की दीवार को भी तोडऩे की तैयारी है। 30 जून तक निर्माण पूरा करना था, लेकिन अभी दो से ढाई महीने ओर काम होने की उम्मीद है। रनवे में बिना अनुमति बालूभराव कराने पर तत्कालीन प्रोजेक्ट मैनेजर, लेखाकार व सहायक अभियंता के खिलाफ चार्जशीट जारी कर दी गई है। डेढ़ करोड़ रुपये की रिकवरी की भी तैयारी है।  

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छह मिनी एयरपोर्ट के रूप में हो रहे विकसित 

केंद्र सरकार रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत धनीपुर हवाई पट्टी समेत यूपी में छह मिनी एयरपोर्ट के रूम में विकसित कर रहा है। इसके लिए पिछले दिनों राज्य सरकार ने करीब 27 करोड़ की लागत से जमीन खरीद कर केंद्र को दे दी। अब पिछले दिनों निमार्ण कार्य के लिए 16.44 करोड़ रुपये टेंडर हुआ। निर्माण की जिम्मेदारी राजकीय निर्माण निगम को मिली। इसने काम शुरू कर दिया। कुछ काम ऐसे भी थे, जो प्रोजेक्ट में शामिल नहीं थे। राजकीय निर्माण निगम ने उन्हें भी पूरा करा दिया। इसमें सबसे महत्वपूर्ण काम था रनवे की मिट्टी का चिकना होना। निगम ने एएमयू से जांच कराई तो इसमें बालू भराव के निर्देश दिए। निर्माण निगम ने शासन की बिना स्वीकृति ही 1.60 करोड़ की बालू रनवे में भर दी। चार किलोमीटर की बाउंड्री में से दो किलोमीटर के जिस हिस्से की मरम्मत कराई गई, वह ढह गई। इसका निर्माण भी दोबारा से करा दिया। नागरिक उड्यन विभाग के निदेशक सुरेंद्र ङ्क्षसह निरीक्षण को आए तो उन्हें कमियां मिलीं। रनवे पर उड़ान से पहले ही पेचवर्क के काम मिले। राजकीय निर्माण ने चार करोड़ की अतिरिक्त राशि का प्रस्ताव शासन को भेजा है, स्वीकृति मिलने पर ही काम होगा। 

अभी ये है बाकी

 एटीएस टावर का निर्माण अब तक तीन मंजिल था। अब इसे बढ़ाकर पांच मंजिल कर दिया है। टर्मिनल में अंदर प्रवेश के लिए रास्ता बनाने को दीवार को भी तोडऩा होगा। फॉल सिङ्क्षलग, पंप हाउस मीटर का निर्माण होना बाकी है।

कई कार्रवाई की जद में

हवाई पट्टी के रनवे में बिना अनुमति बालू भराव कराने पर तत्कालीन प्रोजेक्ट मैनेजर राकेश बाबू के बाद अब निर्माण निगम के लेखाकार व सहायक अभियंता भी कार्रवाई की जद में हैं। इनके खिलाफ राजकीय निर्माण निगम के मैनेजिंग डायरेक्टर ने चार्जशीट जारी की है। डेढ़ करोड़ की धनराशि के दुरुपयोग में रिकवरी कराने की भी तैयारी चल रही है। तत्कालीन लेखाकार नेकूलाल अब लखनऊ व सहायक अभियंता प्रतीक आनंद ङ्क्षसचाई विभाग में संबंद्ध हैं।  राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर हरिओम शर्मा ने बताया कि स्वीकृत कामों को तेजी से किया जा रहा है। यह इस महीने में पूरे हो जाएंगे। अगर रिवाइज्ड प्रस्ताव पर मुहर लग जाती है तो डेढ़ महीने में बाकी के काम भी पूरे हो जाएंगे। 


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