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‘मिशन’ की रिपोर्ट गुलाबी ठंड में छुड़ाएगी गुरुजनों के पसीने, जानिए मामला

दीपावली त्योहार बीतने के बाद अब गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है। हालांकि ठंड शब्द का जिक्र आते ही पसीना निकलने की कल्पना आमतौर पर नहीं की जाती है। मगर मिशन की रिपोर्ट गुलाबी ठंड में शिक्षकों व प्रधानाचार्यों के पसीने छुड़वा सकती है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Wed, 10 Nov 2021 04:15 PM (IST)Updated: Wed, 10 Nov 2021 04:25 PM (IST)
‘मिशन’ की रिपोर्ट गुलाबी ठंड में छुड़ाएगी गुरुजनों के पसीने, जानिए मामला
अब स्कूल संचालक मिशन शक्ति के अंतर्गत कराई गई गतिविधियों की रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता।  दीपावली त्योहार बीतने के बाद अब गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है। हालांकि ठंड शब्द का जिक्र आते ही पसीना निकलने की कल्पना आमतौर पर नहीं की जाती है। मगर मिशन की रिपोर्ट गुलाबी ठंड में शिक्षकों व प्रधानाचार्यों के पसीने छुड़वा सकती है। बेटियों को मजबूत करने के लिए शासन की ओर से मिशन शक्ति कार्यक्रम सभी स्कूलों व कालेजों में चलाया गया। कोरोना संक्रमण काल से मुक्ति मिलने के बाद विशेष मिशन शक्ति अभियान भी शैक्षिक संस्थानों में चलाया गया। इसके तहत बेटियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दिया गया और उनको बालिका सुरक्षा अधिकारों के बारे में भी जानकारी दी गई। साथ ही किसी भी समस्या में आने पर किस हेल्पलाइन पर फोन करना है इसके बारे में भी बताया गया।

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हर गतिविधियों की रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे स्‍कूल संचालक

अब स्कूल संचालक मिशन शक्ति के अंतर्गत कराई गई गतिविधियों की रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे। माध्यमिक कालेजों की ओर से रिपोर्ट तैयार करके शासन को भेजी जाएगी। यूपी बोर्ड की ओर से बेटियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने के संबंध में पहले से ही व्यवस्था की गई थी। अब इस आदेश और मिशन दोनों को जोड़कर बेटियों को मजबूत बनाने का सपना साकार किया जा रहा है। इस संबंध में अधिकारियों की ओर से आदेश भी जारी किए गए। बेटियों की सुरक्षा व उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए शासन की ओर से कई कार्यक्रम कराए जा रहे हैं। मिशन शक्ति अभियान भी चलाया गया है। अभी कुछ दिन पहले ही माध्यमिक विद्यालयों में विशेष मिशन शक्ति अभियान चलाया गया है। इसके तहत छात्राओं व बेटियों को आत्मरक्षा के गुर भी सिखाए जाएंगे। बेटियों की भागीदारी कुछ संस्थानों से कम है तो कुछ संस्थानों से ज्यादा है। ज्यादा संख्या में बेटियां आत्मरक्षा का प्रशिक्षण लें और विषम परिस्थितियाें का सामना कर सकें, इसके लिए शासन स्तर से नई योजना शुरू की जा रही है। इसका लाभ बेटियों को मिलेगा। साथ ही शिक्षिकाएं भी इसके प्रति जागरूक होंगी।

इनका कहना है

डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाने की व्यवस्था की गई, अब इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। दीपावली त्योहार खत्म हो गया है अब सभी विद्यालयों को रिपोर्ट देने संबंधी पत्र जारी किया जाएगा।


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