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अलीगढ़ की इस विधानसभा क्षेत्र के लोगों को फ्री की योजना नहीं, विकास व रोजगार चाहिए

UP Assembly Elections 2022 इस समय खेताें में हरा सोना लहलहा रहा है। किसान दिन-रात इसकी रखवाली करने में जुटें है तो दूसरी ओर उन्हें क्षेत्र के विकास की भी चिंता है। विधानसभा चुनाव को लेकर गांवों में लोग सुबह से लेकर शाम तक चुनावी चर्चे करने में मशगूल हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Wed, 19 Jan 2022 08:17 AM (IST)Updated: Wed, 19 Jan 2022 08:18 AM (IST)
अलीगढ़ की इस विधानसभा क्षेत्र के लोगों को फ्री की योजना नहीं, विकास व रोजगार चाहिए
विधानसभा चुनाव को लेकर गांवों में लोग सुबह से लेकर शाम तक चुनावी चर्चे करने में मशगूल हैं।

योगेश कौशिक, इगलास । UP Assembly Elections 2022 इस समय खेताें में हरा सोना लहलहा रहा है। किसान दिन-रात इसकी रखवाली करने में जुटें है तो दूसरी ओर उन्हें क्षेत्र के विकास की भी चिंता है। विधानसभा चुनाव को लेकर गांवों में लोग सुबह से लेकर शाम तक चुनावी चर्चे करने में मशगूल हैं।महिला हो या पुरुष, विचार भले अलग-अलग हैं लेकिन विकास कार्य कराने वाले प्रत्याशी को ही चुनना चाहते हैं। जहां ठंड अपने तेवर दिखा रही है तो वहीं लोगों पर चुनावी रंग चढ़ रहा, लोग सुबह हो या शाम अलाव पर मौका मिलते ही चुनावी चकल्लस करने में मगन हो जाते हैं। मत सबका स्पष्ट है फ्री की योजना नहीं, विकास व रोजगार चाहिए।

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इगलास विधानसभा सीट आरक्षित

इगलास विधानसभा सीट आरक्षित है। भाजपा, बसपा व रालोद ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। क्षेत्र में निकलने पर इगलास कस्बा के जाम से दो-चार होना पड़ा। दुकान पर बैठे बृजेश सक्सेना कह रहे थे यह तो हर रोज का मसला है। कस्बा से बाहर निकलने पर चमेली देवी हास्पीटल पर लोगों की भीड़ थी। यहां भी लोग चुनाव पर चर्चा करने का मौका नहीं छोड़ रहे थे। खोजनपुर की ललिता का कहना था कितनी सरकार बदल गई, स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में हम पिछड़े हुए हैं यहां बैठी मीरा, लता ने इनका समर्थन किया तो आशा कृपा देवी कहनें लगी आशा कार्यकर्ताओं के लिए किसी ने कुछ नहीं किया। डा. रामकुमार सिंह का कहना था यदि नेताओं ने बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए काम किया होता तो कोरोना के समय में हम इतने लोगों को नहीं खोना पड़ता। अबकी बार सोच समझकर वोट करना है। यहां से आगे चले तो गांव कजरौठ के चौराहे पर लोग चर्चा में मशगूल थे। लाल मोहम्मद कह रहे थे सरकारी योजनाओं का लाभ सभी गरीबों तक पहुंचना चाहिए।

नेताओं के फ्री के चक्‍कर में नहीं पड़ना

प्रेमुद्दीन कह रहे थे हमारा नेता ईमानदार, युवाओं के लिए रोजगार उपलब्ध कराए ऐसा होना चाहिए। पास में बैठे सब्बरी कहते हैं कि मेहनत करने से काम चलेगा नेताओं के फ्री के चक्कर में पड़ने की आवश्यकता नहीं है। आगे गांव तोछीगढ़ में घुसते ही जल रहे अलाव पर ग्रामीण तापते मिले। चुनावी माहौल भी गरम था। मुन्ना भईया ने कहा इस बार मुकाबला जबर्दस्त होना है। वोट ऐसे व्यक्ति को जाना चाहिए जो क्षेत्र का विकास करे। जतन चौधरी ने कहा कि फ्री की योजनाएं नहीं युवाओं के लिए रोजगार व क्षेत्र का विकास प्रमुख मुद्दा होना चाहिए। नेता वायदे करते हैं लेकिन जीतने के बाद भूल जाते हैं। भूरा को खेत की चिंता थी कह रहे थे निराश्रित पशुओं से खेत की रखवाली करना मुश्किल हो गया है तार बंदी कर दी है फिर भी नुकसान होता है। सुधीर सिंह के लिए देश हित सबसे बड़ा मुद्दा था तो महेश को बेरोजगारों की चिंता। रामू का कहना था कि किसान से वोट तो सब लेते है किसान के हित की कोई नहीं सोचता। विश्वजीत सिंह, राजवीर सिंह, राजू खां, रमेश, प्रवीन वाष्र्णेय, पवित्र शर्मा के लिए भी विकास, किसान व राेजगार प्रमुख मुद्दे थे। मेडिकल स्टोर पर बैठे संजीव गुप्ता भी ग्रामीण क्षेत्र के विकास को लेकर चिंतित थे।


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