भ्रष्टाचार की 'बीमारी' से ग्रस्त स्वास्थ्य विभाग, मिलनी चाहिए कार्रवाई की डोज, जानिए मामला Aligarh news
स्वास्थ्य विभाग में वित्तीय अनियमितता के तमाम मामलों की जांच चल रही हैं फिर भी आए दिन नए मामला सामने आ जाते हैं। अब जिला अस्पताल में शार्ट सर्किट से जले पैनल को बदलने के लिए भेजी साढ़े आठ लाख रुपये की धनराशि के बंदरबांट का मामला सामने आया है।
अलीगढ़, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग में वित्तीय अनियमितता के तमाम मामलों की जांच चल रही हैं, फिर भी आए दिन नए मामला सामने आ जाते हैं। अब जिला अस्पताल में शार्ट सर्किट से जले पैनल को बदलने के लिए भेजी गई साढ़े आठ लाख रुपये की धनराशि के बंदरबांट का मामला सामने आया है। निदेशालय से पत्र भेजकर अभिलेख तलब किए, जो आज तक उपलब्ध नहीं कराए हैं। पिछले माह भुगतान न होने पर निदेशालय से धनराशि वापस करने के निर्देश दिए गए, जिस पर कोई अमल नहीं हुआ है। अब डीएम से शिकायत हुई है।
ये है मामला
जिला अस्पताल के बड़े जनरेटर रूम में कई माह पूर्व शार्ट सर्किट से आग लग गई। इससे जनरेटर व पैनल को काफी क्षति हुई। अस्पताल प्रबंधन ने जनरेटर व पैनल सही कराने के लिए शासन से बजट मांगा, जिसके सापेक्ष साढ़े आठ लाख रुपये की राशि जारी की गई। इसके बाद ठेकेदार रवेंद्र कुमार से कार्य कराया गया। हैरानी की बात ये है कि ठेकेदार को आज तक भुगतान नहीं हुआ और न निदेशालय को कार्य पूर्ण व राशि के उपभोग की सूचना दी गई।
महानिदेशक ने दो बार भेजा पत्र
ठेकेदार को भुगतान न किए जाने की शिकायत पर 24 जून 2021 को महानिदेशक ने धनराशि आवंटित होने के बाद भी भुगतान न होने पर नाराजगी प्रकट की। सीएमएस को निर्देश दिए कि प्रकरण से संबंधिथ अभिलेख सहित किसी कर्मचारी को 28 जून तक निदेशालय तलब किया, लेकिन प्रबंधन ने कोई सूचना नहीं दी। लिहाजा, 29 जुलाई को वित्त नियंत्रक ने पुनः पत्र जारी किया। इसमें कर्मचारी को निदेशालय न भेजने पर नाराजगी जताई। निर्देश दिए कि समस्त अभिलेख (व्यय विवरण व रिकंसलेशन) तीन अगस्त तक कार्यालय में प्रस्तुत करें, अन्यथा कार्यवाही होगी। इस मामले में अब आरटीआइ एक्टिविस्ट अनिवाश कुमार ने डीएम को पत्र भेजकर पैनल की धनराशि को खुर्द-बुर्द कर भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत की है। सीएमओ डा. आनंद उपाध्याय का कहना है कि ऐसा कोई मामला है तो उसकी जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे।