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पक्षियों के कलरव से बढऩे लगी अलीगढ की शेखा झील की रमणीयता

शेखाझील पक्षी विहार में साइबेरियन देशों से मेहमान पङ्क्षरदों की आमद शुरू हो गई है। कई मेहमान तो समय से पहले ही झील पर कलरव करने लगे हैं। ओरियंटल टर्टल डक फरगूशियन डक सोवलर डक स्कॉप डक पिनटेल तो पहले ही झील पर आ गईं थीं।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 08:44 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 08:44 PM (IST)
पक्षियों के कलरव से बढऩे लगी अलीगढ की शेखा झील की रमणीयता
अलीगढ की सेखा झील पर रौनक बढने लगी है

 जेएनएन, अलीगढ़: शेखाझील पक्षी विहार में साइबेरियन देशों से मेहमान पङ्क्षरदों की आमद शुरू हो गई है। कई मेहमान तो समय से पहले ही झील पर कलरव करने लगे हैं। ओरियंटल टर्टल डक, फरगूशियन डक, सोवलर डक, स्कॉप डक, पिनटेल तो पहले ही झील पर आ गईं थीं,  शुक्रवार को सुर्काव पक्षी व यूरेशियन फिगोन नाम से चर्चित चिडिय़ा भी दिखाई दी। इन्हें देख वन विभाग के अधिकारी भी उत्साहित हैं, हालांकि कोरोना संकट की वजह से शेखाझील को पक्षी प्रेमियों व पर्यटकों के लिए खोलने की अनुमति शासन से नहीं मिल पाई है। अधिकारी आश्वस्त हैं कि अनुमति मिलने पर जब पर्यटक यहां पहुंचेंगे तो हजारों पक्षियों की आमद हो चुकी होगी। 

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 खास पहचान 

शेखाझील को पक्षी विहार के रूप में पहचान मिल चुकी है। यहां पर सर्दियों के मौसम में साइबेरियन देशों से पक्षियों का आना शुरू हो जाता है। इस बार समय से पूर्व ही काफी पक्षी दिखाई दे रहे हैं। आमतौर पर कॉमन टील व गार्गेनी ही सबसे पहली आती थी, मगर इस बार दूसरे पक्षी पहले आए हैं। सुबह जहां पङ्क्षरदे शांत झील में बैठे रहे, वहीं दोपहर व शाम के समय पक्षी खुले आसमान में परवाज करते दिख रहे हैं। कई प्रवासी मेहमान तो अपने परिवार के साथ झील पर आए हैं। हरे-भरे पेड़ों के बीच झील में इनकी चहचहाट और उछल-कूद से वातावरण रमणीय हो गया है। हालांकि, कोरोना संकट के चलते अभी झील को खोलने की अनुमित नहीं मिली है। इससे पक्षियों को तो अनुकूल वातावरण मिल रहा है, मगर पक्षी प्रेमी मायूस हैं। 

 शेखाझील के नेचर गाइड इशहाक खान ने बताया कि कई नए मेहमान इस बार झील पर आए हैं। कुछ समय से पहले ही आ गए हैं। अभी अक्टूूबर खत्म नहीं हुआ है और 100 से अधिक पक्षी झील पर आ चुके हैं। आसपास के क्षेत्रों में ही पक्षी दिखाई दे रहे हैं। 

इन पक्षियों का है इंतजार

 

कॉमन डील, गाग्रेनीट, सारस, मुरैन पनकौआ (लंबी गर्दन), जलकौआ (छोटा कौआ), ब्लैक आइविश, बड़ा बगुला (सांप जैसी गर्दन), स्काट बिल, जल मुर्गा, पिनटेल, कॉमन टेल, डार्टर, ग्रे हीरोन, पेटेंड स्ट्रोक, ग्रेट कोरमोरेंट, पर्पल हीरोन, कॉम्ब डक, आइबिज, ब्लैक हेडेड आइबिज, ओपन बिल स्ट्रोक, स्पॉट बिल्ड डक, ब्लैक नेक्ड स्ट्रोक, व्हाइट ब्रेस्टेड वाटर हेन, कॉमन मूरहेन, लिटिल कोरमोरेंट, व्लाइट आइबिज, सोवलर, ग्रेलेग गूज आदि।


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