प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवार्ड देने वाले दंपती हैं ससलेंस कंपनी के डायरेक्टर
प्रधानमंत्री को अवार्ड देने में शामिल रहीं डॉ. अना खान का यहां मायका है। उनके पिता डॉ. जुबैर अहमद भी कंपनी के डायरेक्टर हैं।
अलीगढ़ (संतोष शर्मा)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले 'फिलिप कोट्लर प्रेसिडेंशियल (मार्केटिंग गुरु) अवार्डÓ के बाद चर्चाओं में आई ससलेंस रिसर्च इंस्टीट्यूट इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड का सही ठिकाना अलीगढ़ के अहमद नगर स्थित मकान नंबर 51 में ही है। डेढ़ साल से कंपनी यहां दफ्तर संचालित है। प्रधानमंत्री को अवार्ड देने में शामिल रहीं डॉ. अना खान का यहां मायका है। उनके पिता डॉ. जुबैर अहमद भी कंपनी के डायरेक्टर हैं। डॉ. जुबैर ने गुरुवार को कंपनी के बारे दैनिक जागरण से हकीकत बयां की। कहा, वे घर पर नहीं थे, इसलिए मीडिया में कंपनी के पते के बारे में ऐसी बातें हो गईं।
राहुल गांधी ने किया था ट्वीट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 14 जनवरी को वल्र्ड मार्केटिंग समिट ग्रुप के तहत 'फिलिप कोट्लर प्रेसिडेंशियल अवार्डÓ दिया गया। पीएम को यह अवार्ड एएमयू में पढ़े सर सैयद नगर निवासी डॉ. तौसीफ जिया सिद्दीकी व उनकी पत्नी डॉ. अना खान व अन्य लोगों ने दिया था। यह पुरस्कार चर्चाओं में तब आया, जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट किया कि 'प्रधानमंत्री मोदी को फिलिप कोट्लर प्रेसिडेंशियल अवार्ड मिलने की बधाई, ये इतना जाना माना अवार्ड है कि इसके लिए न तो कोई ज्यूरी है, न ही पहले कभी किसी को दिया गया है और इसके पीछे अलीगढ़ की एक कंपनी है, जिसका नाम आज तक कोई नहीं जानता।Ó कंपनी का नाम ससलेंस रिसर्च इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड सामने आया, जो कानपुर में रजिस्टर्ड है और अलीगढ़ में 51अहमद नगर में संचालित है।
आना खान का है मकान
बुधवार तक कंपनी के पते को लेकर कोई सामने नहीं आया। दैनिक जागरण ने गुरुवार को गहनता से पड़ताल की तो पता चला कि अहमद नगर स्थित मकान नंबर 51 में डॉ. अना खान का मायका है। घर में उनकी मां डॉ. अजरा खान व पिता डॉ. जुबैर अहमद अन्य परिजनों के साथ रहते हैं। डॉ. जुबैर ने बताया कि वह घर पर नहीं थे, इसलिए ये बातें हुई हैं। कंपनी इसी पते पर संचालित है। दामाद डॉ. तौसीफ जिया, बेटी डॉ. अना खान के अलावा वे खुद भी कंपनी के डायरेक्टर हैं। मकान पर कंपनी का बोर्ड लगा हुआ था, जिसे बंदरों ने तोड़ दिया। अब नया बोर्ड लगाया जा रहा है। तब तक गेट पर कंपनी का नाम, पता व जीएसटी को इंगित करता पोस्टर चस्पा कर दिया है। कंपनी एजुकेशन काउंसिलिंग करती है। 'फिलिप कोट्लर से कंपनी का जुड़ाव कैसे हुआ, यह वो नहीं बता सके।