शहर की आबादी 12 लाख, डेढ़ लाख से अधिक लोग रहते हैं किराये पर Aligarh news
शहर की आबादी करीब 12 लाख है। इनमें से डेढ़ लाख से अधिक लोग किराये पर रहते हैं जिनमें से आधे से ज्यादा बिना पुलिस सत्यापन के रह रहे हैं ।
अलीगढ़ [रिंकू शर्मा]। शायद 20 जनवरी को
ऐसे कराएं किरायेदार का सत्यापन
मकान स्वामियों को किरायेदार रखने के साथ सत्यापन भी कराना अनिवार्य है। क्षेत्र के थाने या यूपी पुलिस की वेबसाइट पर जाकर किरायेदार के सत्यापन का फार्म डाउनलोड करना होगा। इसमें नौकर व किरायेदार का पासपोर्ट साइज फोटो, नाम, पते को सत्यापित करने वाली फोटो आइडी (आधार कार्ड, राशनकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, फोटो मतदाता पहचानपत्र, बैंक पासबुक, मोबाइल नंबर) दर्ज करना होगा। आप मैन्युअल
जागरूकता का अभाव
पुलिस अधिकारी बताते हैं कि लोग अभी जागरूक नहीं है । तमाम अभियान व प्रचार प्रसार के बावजूद बहुत कम लोग ही किरायेदारों व घरेलू नौकरों का सत्यापन कराते हैं।
बीट
जिले में 27 थानों में तैनात बीट कांस्टेबलों पर अपने- अपने हल्का क्षेत्रों की निगरानी व वहां रहने वाले लोगों की सटीक जानकारी रखने का जिम्मा है। इतना ही नहीं किराएदारों व घरेलू नौकरों की जानकारी भी उनकी बीट बुक में दर्ज होनी चाहिए, लेकिन हकीकत में ऐसा देखने को नहीं मिलता है।
क्या कहता है कानून
- किरायेदार का सत्यापन न कराना सीआरपीसी की धारा 188 के तहत दंडनीय अपराध है। एक माह की सजा व 200 रुपये का जुर्माना हो सकता है ।
- मकान मालिक की चूक से मानव जीवन के लिए खतरा उत्पन्न होता है तो छह महीने की सजा व 1000 रुपये का जुर्माना हो सकता है ।
जिले में सत्यापन की स्थिति
वर्ष, किरायेदार, घरेलू नौकर, अपराधी
2010,2989,218,17
2015,6498,412,31
2020,10262,719,43
एसएसपी