यूपी विधानसभा चुनाव 2022 : प्रत्याशियों ने वर्चुअल प्रचार की बनाई रणनीति, हर मतदाता तक पहुंचने को झोंक रहे ताकत
चुनाव की घोषणा होने के बाद अब सभी राजनीतिक दल प्रचार की दौड़ में जुट गए हैं। इसमें कोरोना के चलते जारी की गई गाइडलाइन के पालन को प्राथमिकता देते हुए तैयारी की गई है। वर्चुअल प्रचार की रणनीति सभी दलों ने बना ली है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। चुनाव की घोषणा होने के बाद अब सभी राजनीतिक दल प्रचार की दौड़ में जुट गए हैं। इसमें कोरोना के चलते जारी की गई गाइडलाइन के पालन को प्राथमिकता देते हुए तैयारी की गई है। वर्चुअल प्रचार की रणनीति सभी दलों ने बना ली है। हर मतदाता तक पहुंचने के लिए ताकत झोंकना शुरू कर दिया है। भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस और रालोद दावा ठोक रहे हैं कि इंटरनेट मीडिया से प्रचार चुनौती है, मगर तैयारी व्यापक बता रहे हैं। देखना होगा कि किस दल की रणनीति, विधानसभा चुनाव में जीत दिलाएगी।
2302 बूथ और 416 शक्ति केंद्र प्रचार में होंगे अहम
भाजपा ने संगठनात्मक ढांचा को काफी मजबूत बनाया है। शहर और देहात मिलाकर 2302 बूथ हैं और 416 शक्ति केंद्र हैं। इंटरनेट मीडिया का प्रचार माध्यम सबसे सशक्त है। पार्टी में आईटी और सोशल मीडिया टीम भी है। बूथ स्तर पर वाट्सग्रुप भी है। बूथ अध्यक्ष, प्रभारी के साथ ही 20 सदस्यीय टीम है। शक्ति केंद्र पर केंद्र प्रमुख स्थानीय कार्यकर्ता को बनाया गया है। शक्ति केंद्र प्रभारी भी नियुक्त किया गया है, जो जिले स्तर का पदाधिकारी होता है। भाजपा नेताओं का दावा है कि वो टीम के माध्यम से गांव-गांव तक अपनी बात आसानी से पहुंच सकेंगे। बड़ी से बड़ी रैलियों और सभाओं से गांवों के प्रत्येक व्यक्ति को आसानी से जोड़ा जा सकेगा। जिले से सूचना प्रसारित होते ही उसे निचले स्तर तक पहुंचाने की व्यवस्था होगी। भाजपा ने मतदान से पहले हर वर्ग तक संपर्क अभियान तय किया है। पार्टी ने लाभार्थी तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसमें महिला और पुरुष दोनों लाभर्थियों से संपर्क करेंगे। महिला मोर्चा की टीम भी घर-घर संपर्क करेगी। अनुसूचित मोर्चा के साथ सामान्य वर्ग के पदाधिकारी संपर्क करेंगे। ओबीसी मोर्चा की अलग टीम अलग निकलेगी। पार्टी फेसबुक, टि्वटर, वाट्सएप और इंस्टाग्राम आदि के माध्यम से प्रचार करेगी। भाजपा जिलाध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल सिंह का कहना है कि पार्टी इंटरनेट मीडिया में काफी सशक्त है। हम शुरुआत से ही वर्चुअली बैठकें करते आएं हैं। पूर्व में हुई वर्चुअल रैली में प्रदेश के 40 लाख लोग जुड़े थे। इसलिए विधानसभा चुनाव में जन-जन तक पहुंचेंगे।
आनलाइन समर्थन जुटा रहीं सपा की बूथ कमेटियां
आचार संहिता लगते ही सपा नेताओं की सक्रियता बढ़ गई है। जनसभा, रैली, साइकिल रैली पर रोक के चलते सपाइयों ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जनसंपर्क शुरू कर दिया है। बूथ कमेटियाें को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। फेसबुक, वाट्सएप, इंस्टाग्राम जैसे इंटरनेट मीडिया के प्लेटफार्म पर युवा नेता सक्रिय हैं। चुनाव प्रचार के परंपरागत तरीके से अलग वर्चुअल प्रचार से सपा को कितना लाभ मिलेगा, ये आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन, प्रयास हर स्तर से किए जा रहे हैं। यूथ फ्रंटलों के पदाधिकारियों ने अपने-अपने वाट्सएप ग्रुप बनाए हुए हैं। प्रत्येक ग्रुप में करीब ढाई सौ लोग जुड़े हैं। इसके माध्यम से भी सपा की रीति-नीतियां मतदाताओं को बताई जा रही हैं। सपा महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद घोसी ने बताया कि चुनाव प्रचार के लिए इंटरनेट मीडिया का सहारा लेने के साथ बूथ स्तर पर जनसंपर्क भी किया जा रहा है।
बसपाई घर-घर जाकर करेंगे प्रचार
बसपा ने घर-घर संपर्क की तैयारी की है। चुनाव आयोग ने 15 जनवरी के बाद दूसरे चरण में भी रैली व जनसभाओं पर रोक बरकरार रही तो कार्यकर्ता पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में घर-घर जाकर चुनाव प्रचार करेंगे। इसके लिए विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष, मुख्य सेक्टर प्रभारियों को साथ लेकर पार्टी के घोषणा पत्र व रीति-नीति को जन-जन तक पहुंचाएंगे। पांच सदस्यीय बूथ कमेटियां गांव-गांव जनसंपर्क करेगी। जिलाध्यक्ष रतनदीप सिंह ने कहा कि लखनऊ में बहनजी के साथ बैठक हो गई है। सोमवार से मंडल के मुख्य सेक्टर प्रभारियों के साथ बैठक कर अगली रणनीति बनाई जाएगी। प्रत्याशियों के चयन शीर्ष नेतृत्व करेगा। दावेदारों के नाम सुझा दिए हैं। शेष पांचों विधानसभा क्षेत्रों पर जल्द प्रत्याशी घोषित कर दिए जाएंगे। डिजीटल मंच के साथ इंटरनेट मीडिया के लिए चौतरफा तैयारियां की जाएंगी।
जयंत की बैठक के बाद तैयारियां होगी तेज
विधानसभा चुनाव में पहली बार सपा-रालोद गठबंधन मैदान में है। सोमवार को जयंत चौधरी नोएडा में पदाधिकारियों की बैठक करेंगे। इसमें जिला संगठन के सभी फ्रंटलों के जिलाध्यक्ष भाग लेंगे। जिलाध्यक्ष चौ. कालीचरन सिंह ने बताया है कि जयंत व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की जुगल जोड़ी पसंद की जा रही है। भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए जिताऊ व टिकाऊ प्रत्याशियों का चयन बेहद जरूरी है। हमने जिले की सात में से तीन विधानसभाओं पर दावा किया है। इस बैठक के बाद गठबंधन के शीर्ष नेतृत्व की बैठक जल्द होगी। सीट बंटवारे के बाद तस्वीर साफ होगी। डिजिटल प्लेट फार्म पर होने वाली वर्चुअल मीटिंग व रैली भी होंगी। केंद्रीय व पश्चिमी उत्तर प्रदेश कार्यालय से भी वर्चुअल संवाद होगा। इसके लिए कार्यालय को हाईटेक किया जाएगा।
कांग्रेस में डिजिटल प्लेटफार्म पर सक्रिय हुए दावेदार
कांग्रेसी विभिन्न सीटों पर दावेदारी कर रहे हैं। इसके लिए फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप, टेलीग्राम व अन्य डिजिटल प्लेटफार्म पर वे सक्रिय हो गए हैं। हाईकमान की ओर से सभी दावेदारों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पांच-पांच कार्यकर्ताओं की टीम बनाकर जनसंपर्क शुरू कर दिया जाए। कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा जाए। जिलाध्यक्ष ठा. संतोष सिंह जौदान ने बताया कि नामांकन से पूर्व दो चरणों में प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी। संगठन के लोग जनसंपर्क कर रहे हैं। इसके लिए विधानसभा, ब्लाक, न्याय पंचायत व बूथ स्तरीय कमेटियों का सहारा लिया जा रहा है। राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को ही ‘प्रियंका के साथ लाइव’ कार्यक्रम की शुरुआत कर दी। इसी तरह अन्य नेता भी मतदाताओं के समक्ष होंगे।