कालोनियों को बसाकर भूल गए बिल्डर, अब सामने आ रहीं समस्याएं Aligarh news
खेतों को खरीद कर कालोनियों बसाने वाले बिल्डर यहां रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाएं तक मुहैया नहीं करा पा रहे। शुरुआत में जो सड़कें बनाई गई थीं वे उखड़ चुकी है। नालियां भी ढह गईं। अब इनकी मरम्मत नहीं कराई जा रही।
अलीगढ़, जेएनएन। खेतों को खरीद कर कालोनियों बसाने वाले बिल्डर यहां रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाएं तक मुहैया नहीं करा पा रहे। शुरुआत में जो सड़कें बनाई गई थीं, वे उखड़ चुकी है। नालियां भी ढह गईं। अब इनकी मरम्मत नहीं कराई जा रही। बिल्डर विकास संबंधी कार्यों की जिम्मेदारी नगर निगम की बताकर पल्ला झाड़ लेते हैं। निगम अधिकारी अपनी मजबूरी बता रहे हैं। इनका कहना है कि कालोनियां नगर निगम के सुपुर्द ही नहीं की गईं। न ही यहां रहने वालों पर किसी तरह का टैक्स लग रहा है। निगम ऐसी कालोनियों में बजट क्यों खर्च करें? कालोनियों के निगम की सुपुर्द होने तक विकास कार्यों की जिम्मेदारी बिल्डरों की है।
कालोनियां नगर निगम को नहीं की गयीं सुपुर्द
क्वार्सी बाईपास पर बसी इंजीनियर कालोनी, कुलदीप विहार, रामघाट रोड स्थित रमेश विहार, प्रगति विहार आदि कालोनियां नगर निगम की सीमा में तो हैं, लेकिन निगम की सुपुर्दगी में नहीं की गईं। यही वजह है कि नगर निगम इन कालोनियों में विकास कार्य कराने में आनाकानी कर रहा है। कुलदीप विहार के लोगों का कहना है कि कई साल से यहां रह रहे हैं। बिल्डर ने खड़ंजा, नालियां बनवाई थीं, जो अब धंस चुकी हैं। कुछ जगह तो सड़कें बनाई ही नहीं गईं। यहां बिना बारिश के जलभराव के हालात हैं। निकासी न होने से घरों से निकला पानी सड़क पर जमा होता है। गहरे-गहरे गड्ढों से वाहन फंस जाते हैं। आए दिन हादसें हो रहे हैं। राकेश कुमार का कहना है कि इस संबंध में स्थानीय अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। अब शासन को लिखा गया है।