गाजियाबाद से लाकर करता था रेमडेसिविर की कालाबाजारी, पुलिस ने दबोचा Aligarh news
कोरोना के इस संकटकाल में जहां आक्सीजन व इंजेक्शन की किल्लत से लोग जान गंवा कर रहे हैं वहीं कुछ लोग अब भी मुनाफा कमाने से पीछे नहीं हट रहे। शनिवार को बन्नादेवी पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले एक शातिर को दबोच लिया।
अलीगढ़, जेएनएन । कोरोना के इस संकटकाल में जहां आक्सीजन व इंजेक्शन की किल्लत से लोग जान गंवा कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग अब भी मुनाफा कमाने से पीछे नहीं हट रहे। शनिवार को बन्नादेवी पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले एक शातिर को दबोच लिया। आरोपित गाजियाबाद से इंजेक्शन लाकर यहां 20 से 25 हजार रुपये में बेचता था। इसके पास से चार इंजेक्शन भी मिले हैं।
मुखबिर के जरिए मिली सफलता
एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि सात मई को पुलिस को जानकारी मिली थी कि क्षेत्र का एक युवक रेमडेसिविर की कालाबाजारी करता है। इस आधार पर बन्नादेवी थाना के इंस्पेक्टर धीरेंद्र मोहन शर्मा व एसओजी की टीम ने इसकी तलाश शुरू की। कुछ मुखबिरों को भी सक्रिय कर दिया। एक मुखबिर ने आरोपित से इंजेक्शन की मांग रखी तो उसने 22 हजार रुपये कीमत बताई। मुखबिर ने कहा कि ठीक है, सभी इंजेक्शन ले जाओ। इस पर आरोपित ने चार इंजेक्शन उपलब्ध होने की बात कही। सात मई की रात मसूदाबाद चौराहे के पास नंदनवन कालोनी निवासी आरोपित धीरेंद्र बघेल को पुलिस ने स्कूटी (यूपी 81 ईएल 3960) समेत इंजेक्शन ले जाते दबोच लिया। इसके खिलाफ धोखाधड़ी, महामारी अधिनियम, आपदा प्रबंधन व औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया है।
मेडिकल में वार्ड ब्वाय है आरोपित
पूछताछ में आरोपित धीरेंद्र बघेल ने बताया कि जेएन मेडिकल कालेज में संविदा पर वार्ड ब्वाय के रूप में काम करता है। बताया कि इंजेक्शन को गाजियाबाद से लाता था और यहां लाकर जरूरतमंदों को 20-25 हजार रुपये में बेच देता था। पुलिस के मुताबिक, आरोपित के साथ शामिल अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है।