अलीगढ़ के सांकरा, हरदोई व दादों के 38 विकास कार्यों के टेंडर निरस्त, विस्तार से जानिए वजह
परफार्मेंस ग्रांट से लाभान्वित सांकरा हरदोई व दादों के 38 विकास कार्यों के टेंडर निरस्त कर दिए गए हैं। एक काम पर तीन से कम टेंडर होने के चलते जिला विकास अधिकारी की अध्यक्षता वाली 10 सदस्यीय कमेटी ने शुक्रवार को यह निर्णय लिया है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। परफार्मेंस ग्रांट से लाभान्वित सांकरा, हरदोई व दादों के 38 विकास कार्यों के टेंडर निरस्त कर दिए गए हैं। एक काम पर तीन से कम टेंडर होने के चलते जिला विकास अधिकारी की अध्यक्षता वाली 10 सदस्यीय कमेटी ने शुक्रवार को यह निर्णय लिया है। वहीं, अन्य 32 कामों के टेंडरों को स्वीकृति दे दी गई है। इनमें एक काम पर कम से कम तीन टेंडर हैं। अब सोमवार को इनकी वित्तीय स्वीकृति की प्रक्रिया पूरी होगी। इसके बाद निर्माण कार्यों को शुरू किया जाएगा।
यह है मामला
प्रदेश सरकार ने विकास में पिछड़ी ग्राम पंचायतों को माडल के रूप में विकसित करने के लिए परफार्मेंस ग्रांट से लाभान्वित किया गया है। अलीगढ़ समेत सूबे भर के 16 जिलों का इसमें चयन हुआ है। जिले में बिजौली ब्लाक की सांकरा, हरदोई व दादों को इसमें शामिल किया गया। इन तीनों पंचायतों के लिए कुल 40 करोड़ की धनराशि आवंटित हुई है। जिले में पहली बार ग्राम पंचायतों को इतने बड़े स्तर पर बजट मिला है। सितंबर में इन तीनों गांव के दूसरे चरण के विकास कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया की शुरुआत हुई थी। कुल 70 कामों का इसमें चयन किया गया। इन निर्माण कार्यों पर करीब चार करोड़ की धनराशि खर्च होगी।
सुस्त है अब रफ्तार
अफसरों की लापरवाही के चलते शुरुआत से ही दूसरे चरण की टेंडर प्रक्रिया सुस्त चल रही है। कमेटी के सदस्य तक पूरे नहीं होते हैं। हस्ताक्षरों के लिए इनके पीछे-पीछे दौड़ लगानी पड़ती है। इसी के चलते दो महीने में भी यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। शुक्रवार को जिला विकास अधिकारी भरत कुमार मिश्र की अध्यक्षता में विकास भवन में यह टेंडर खोले गए। नियमों के तहत एक काम पर कम से कम तीन टेंडर होना जरूरी होता है, लेकिन तीनों ग्राम पंचायतों के 70 में से करीब 38 काम ऐसे थे, जिनमें एक या दो ही टेंडर थे। ऐसे में कमेटी ने इन्हें निरस्त करने का निर्णय लिया। अब इन कामों के लिए नए सिरे से टेंडर की बिक्री होगी। सांकरा के सबसे अधिक टेंडर निरस्त हुए हैं। हरदोई के सबसे कम टेंडर निरस्त हुए हैंं। वहीं, कमेटी को 32 काम ऐसे मिले, जिनमें एक काम पर कम से कम तीन टेंडर थे।
एक काम पर कम से कम तीन टेंडर होना जरूरी है, लेकिन तीनों पंचायतों में करीब 38 काम ऐसे थे, जिन पर मानकों के हिसाब से कम टेंडर आए थे, इन्हें निरस्त कर दिया है। अब दोबारा से इनकी पूरी प्रक्रिया होगी। अन्य कामों के लिए टेंडरों को स्वीकृति दे दी गई है।
भरत कुमार मिश्र, जिला विकास अधिकारी
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