अलीगढ़ के जिला कारागार के परिसर में ही बनाई अस्थाई जेल, जानिये क्यों? Aligarh news
कोरोना काल में जिला कारागार की व्यवस्थाएं भी बदल गईं। नए बंदियों के लिए एक अलग अस्थाई जेल बनानी पड़ी। लेकिन सुरक्षा के लिहाज से यह जेल सफल साबित नहीं हो पाई। सासनी से एक बंदी भाग निकला।
अलीगढ़, जेएनएन । कोरोना काल में जिला कारागार की व्यवस्थाएं भी बदल गईं। नए बंदियों के लिए एक अलग अस्थाई जेल बनानी पड़ी। लेकिन, सुरक्षा के लिहाज से यह जेल सफल साबित नहीं हो पाई। सासनी से एक बंदी भाग निकला। इसे देखते हुए जेल प्रशासन ने परिसर के अंदर ही अस्थाई जेल बना दी गई है। तीन बैरकों को ही अस्थाई जेल में ही तब्दील कर दिया गया है। नए बंदी अब यहां शिफ्ट किए जा रहे हैं।
आइटीएम कालेज व सासनी में अस्थाई जेल बनाई गई
पिछले साल कोरोना काल में जेल में सतर्कता के लिहाज से खैर रोड स्थित आइटीएम कालेज व सासनी में अस्थाई जेल बनाई गई थीं। लेकिन, यहां जेल की तरह ढांचा न होने के चलते सुरक्षा का खतरा रहता था। न तो यहां ऊंची दीवारें थीं और न ही जेल जैसा माहौल। दूसरी तरफ बंदियों को लाने व ले जाने में भी समस्या का सामना करना पड़ता था। इसे देखते हुए इस बार जेल प्रशासन ने जेल परिसर में ही अस्थाई जेल बनाने का फैसला किया। इस बार जेल में शुरुआती तीन बैरकों की मरम्मत की गई है। इन बैरकों को ही अस्थाई जेल में तब्दील कर दिया गया है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि जो नए बंदी आते हैं, उनको पहले अस्थाई जेल में क्वारंटाइन रखा जा रहा है। इसके बाद उन्हें मुख्य बैरकों में शिफ्ट किया जा रहा है। वहीं बंदियों की सेहत का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। उन्हें हल्दी का दूध व काढ़ा दिया जा रहा है।