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नए सत्र में ''उम्मीद के रंग'' से मिलेगी शिक्षको को प्रेरणा, जानिए कैसे? Aligarh news

सरकारी स्कूलों में नया सत्र एक अप्रैल से ही शुरू करने की तैयारी है। इसके चलते परीक्षाएं भी मार्च में कराकर परीक्षा परिणाम घोषित किय जाएगा। नए सत्र में जब शिक्षक पढ़ाने के लिए कक्षाओं में आएंगे तो उनको उम्मीद के रंग से प्रेरणा भी मिलेगी।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 09:45 AM (IST)Updated: Mon, 22 Mar 2021 09:45 AM (IST)
नए सत्र में ''उम्मीद के रंग'' से मिलेगी शिक्षको को प्रेरणा, जानिए कैसे? Aligarh news
नए सत्र में जब शिक्षक पढ़ाने के लिए कक्षाओं में आएंगे तो उनको उम्मीद के रंग से प्रेरणा भी मिलेगी।

अलीगढ़, जेएनएन : सरकारी स्कूलों में नया सत्र एक अप्रैल से ही शुरू करने की तैयारी है। इसके चलते परीक्षाएं भी मार्च में कराकर परीक्षा परिणाम घोषित किय जाएगा। नए सत्र में जब शिक्षक पढ़ाने के लिए कक्षाओं में आएंगे तो उनको उम्मीद के रंग से प्रेरणा भी मिलेगी। स्कूल को बेहतर बनाने व गुणवत्तापरक शिक्षा बच्चों को देने की प्रेरणा शिक्षकों को मिलेगी। साथ ही स्कूल में नामांकन बढ़ाने की कला के बारे में भी पता चलेगा। इसके लिए शासन स्तर से पहले ही कदम उठाया जा चुका है। अब नए सत्र से सरकारी स्कूलों के खुलने का इंतजार है।

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उम्मीद के रंग नाम से किताब का प्रकाशन

सरकारी स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रेरित करने के उद्देश्य से शासन ने उम्मीद के रंग नाम से किताब प्रकाशित कराई है। इसमें प्रदेशभर से 24 शिक्षक-शिक्षिकाओं के संघर्ष की कहानी को प्रकाशित किया गया है। जिन्होंने अपने प्रयासों से स्कूल को बेहतर स्थिति में पहुंचाया और स्कूल में छात्र-छात्राओं की संख्या व शिक्षा गुणवत्ता को भी बढ़ाया है। इस किताब में 24 जिलों से एक-एक शिक्षक का चयन कर उनकी संघर्ष की कहानी प्रकाशित की गई है। अलीगढ़ से पूर्व माध्यमिक विद्यालय जुझारपुर की विज्ञान की शिक्षिका वर्षा श्रीवास्तव का भी प्रदेशस्तर पर हुआ था। शिक्षिका वर्षा ने बताया कि, बेसिक शिक्षा विभाग ने टाटा ट्रस्ट के सहयोग से कुछ ऐसे ही शिक्षकों के संघर्ष की कहानी, उन्हीं की जुबानी के दृष्टिगत उम्मीद के रंग नामक पुस्तक प्रकाशित की है।

 पुस्तक की डिजिटल लांचिंग 

कोरोना काल की वजह से एहतियात के तौर पर इस पुस्तक की डिजिटल लांचिंग राज्यमंत्री बेसिक शिक्षा डा. सतीश चंद्र द्विवेदी व निदेशक बेसिक शिक्षा डा. सर्वेंद्र बहादुर सिंह ने 26 अगस्त को ही कर दी थी। बीएसए डा. लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि, चयन समिति ने लेख मांगे थे। करीब पांच हजार लोगों के लेख में से 100 उत्कृष्ट लेखों को चयनित कर शिक्षकों को साक्षात्कार के लिए पिछले वर्ष अगस्त में बुलाया गया था। इसमेंं वर्षा की कहानी को भी शामिल किया गया। उनकी ये उपलब्धि अन्य शिक्षकों को बेहतर करने की प्रेरणा देगी। कहा कि नए सत्र में ये किताब हर विद्यालय में शिक्षकों के लिए मुहैया होगी। इससे शिक्षकों को बेहतर प्रयास करते हुए शिक्षण कार्य व शिक्षा गुणवत्ता सुधारने में भी सहयोग मिलेगा।


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