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Lockdown में बंद हुई टैक्सी तो कर्जा लेकर किया कारोबार,संघर्ष से संवारा भविष्य Aligarh News

लोहट बाजार (हाथरस) के मूल निवासी योगेंद्र वर्मा पांच साल पहले पत्नी वीनू वर्मा और दो बेटियाें के साथ अलीगढ़ आकर बस गए थे। यहां वह सुरेंद्र नगर में किराए पर कमरा लेकर रह रहे हैं। योगेंद्र बताते हैं कि काम की काफी तलाश की लेकिन मिला नहीं।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Wed, 07 Apr 2021 06:50 AM (IST)Updated: Wed, 07 Apr 2021 06:50 AM (IST)
Lockdown में बंद हुई टैक्सी तो कर्जा लेकर किया कारोबार,संघर्ष से संवारा भविष्य Aligarh News
महीने में डेढ़ लाख रुपये की आमदनी कर लेते हैं।

अलीगढ़, लोकेश शर्मा । कहते हैं, कुछ ठान लो तो कायनात उसे पूरा करने में लग जाती है। कोरोना के रूप में आई आपदा में बेरोजगार हुए टैक्सी ड्राइवर योगेंद्र ने भी कुछ करने की ठानी थी। इसके लिए संघर्ष किया तो रास्ते मिलते गए। घर से टायलेट क्लीनर, फिनायल बनाने का काम शुरू किया। शुरुआत में घर-घर जाकर अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग की। आज वह खुद की कंपनी चला रहे हैं। महीने में डेढ़ लाख रुपये की आमदनी कर लेते हैं। 

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घर का खर्चा  टैक्‍सी से निकाला

लोहट बाजार (हाथरस) के मूल निवासी योगेंद्र वर्मा पांच साल पहले पत्नी वीनू वर्मा और दो बेटियाें के साथ अलीगढ़ आकर बस गए थे। यहां वह सुरेंद्र नगर में किराए पर कमरा लेकर रह रहे हैं। योगेंद्र बताते हैं कि काम की काफी तलाश की, लेकिन मिला नहीं। उनके पास एक वैन थी, इसे ही टैक्सी के रूप में चलाना शुरू कर दिया। घर का खर्चा टैक्सी की कमाई से ही चल रहा था। सबकुछ ठीक-ठाक था। लेकिन, मार्च 2020 में कोरोना महामारी के चलते लगे लाकडाउन ने टैक्सी का सहारा छीन लिया। रोजी-रोटी का संकट आ गया। कुछ समझ नहीं आया कि क्या करें। कुछ जमापूंजी थी, लेकिन इसका उपयोग कैसे और कहां करें जिससे आमदनी हो, समझ नहीं आ रहा था। तभी क्वार्सी निवासी पुराने दोस्त अनुहित उपाध्याय से मुलाकात हुई। काफी सोच विचार कर अपना काम शुरू करने का फैसला किया। कुछ रुपये थे, कुछ कर्जा लिया। तब एक लाख रुपये लगाकर घर पर टायलेट क्लीनर, व्हाइट फ्लोर क्लीनर और फिनायल बनाना शुरू किया। शुरुआत में घर-घर जाकर अपना प्रोडक्ट बेचा। लोगों को पसंद आया तो मांग बढ़ गई। आमदनी शुरू हो गई।

प्रोडक्ट को दिया नाम

योगेंद्र बताते हैं कि इसी साल 22 जनवरी को फ्रेशो केयर नाम से कंपनी शुरू की। अब उनके प्रोडक्ट इसी नाम से बिकते हैं। इंटरनेट मीडिया मार्केटिंग का बेहतर साधन बना। अब ताला नगरी में फैक्ट्री खोलने की योजना है। जमीन हमारे पास है। उनके प्रोडक्ट ईको फ्रेंडली हैं। कोई साइड इफेक्ट नहीं। जरूरत के हिसाब से केमिकल इस्तेमाल किया है। इससे शरीर को कोई नुकसान नहीं होता। दुर्गंध भी नहीं आती। जबकि, अन्य प्रोडक्ट से स्किन पर जलन होती है, मुंह पर कपड़ा बांधना पड़ता है।


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