दुनिया छोड़कर जा रहा हूं, जिम्मेदारों के सजा देना Aligarh news
युवक ने कमरे में नौ पेज के सुसाइड नोट छोड़ा है। इसमें कई लोगों पर पैसे हड़पने प्रताडि़त करने व आर्थिक तंगी के कारण खुदकुशी की बात लिखी है।
अलीगढ़, [जेएनएन]। सुसाइड का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बॉलीवुड कलाकार सुशांत राजपूत हों या टिकटॉक स्टार सिया कक्कड़ युवा जिदंगी की जंग में आसानी से हार मान रहे हैं। एक के बाद एक कई सुसाइड के मामले सामने आ रहे हैं। खैर के गांव रूपपुर निवासी प्रमोद चौहान का शव गुरुवार शाम उनके घर में फंदे पर लटका मिला। युवक ने कमरे में नौ पेज के सुसाइड नोट छोड़ा है। इसमें कई लोगों पर पैसे हड़पने, प्रताडि़त करने व आर्थिक तंगी के कारण खुदकुशी की बात लिखी है।
48 वर्षीय प्रमोद चौहान खैर की ब्लॉक कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे। मकान मालिक वल्लभगढ़ में रहते हैैं। प्रमोद के अलावा घर में दो बेटे 12 वर्षीय रॉबिन व 17 वर्षीय रितिक हैैं। प्रमोद की बेटी की कुछ समय पहले शादी हो चुकी है।
पैसे की तंगी से परेशान
गुरुवार शाम वह अपने कमरे में सोए थे, जबकि दूसरे में उनके दोनों बेटे सोए थे। जब बेटे उठे तो देखा कि प्रमोद का शव उनके कमरे में पंखे पर फंदे से लटका है। बेटे के दोस्त व पड़ोसी मौके पर पहुंच गए। पुलिस भी मौके पर आ गई। मौके पर नौ पेज का सुसाइड लेटर मिला है। इसमें प्रमोद ने बताया कि वह पेशे से कवि हैैं। जिन्होंने अधिकांश वक्त दिल्ली में गुजारा था। छह साल पहले खैर में आकर बस गए और काम धंधे के लिए अपनी गांव की जमीन बेच दी। कुछ लोगों ने उन्हें बहकाकर ब्याज पर रुपये ले लिए। जब भी युवक अपने पैसे मांगने जाता तो उसे जलील कर उसे पीट दिया करते। इससे आर्थिक स्थिति दिन पर दिन खराब होती गई। इलाज के अभाव में पत्नी की भी कुछ साल पहले मौत हो गई। हालत यह हो गई कि बच्चों को कई बार भूखा सोना पड़ा। इसी तनाव में प्रमोद ने खुदकुशी की बात कही। सीएम को संबोधित करते हुए जिम्मेदार लोगों सजा दिलाने की मांग की। मामले में सीओ संजीव दीक्षित का कहना है कि सुसाइड नोट बरामद किया है। जांच की जा रही है।