Move to Jagran APP

अलीगढ़ में ऐसा धर्मार्थ अस्पताल, जिसमें गरीबों के लिए हर पैथी के डाक्टर

मरीजों को धरती का भगवान कहा जाता है क्योंकि वे मरीजों को नया जीवन देते हैं। ऐसे ही यदि ये चिकित्सक अपनी सेवाएं मुफ्त या फिर अल्प राशि में किसी संस्थान को दें तो इंसानियत और मानवता की इससे अच्छी मिसाल और क्या हो सकती है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Mon, 22 Nov 2021 05:03 PM (IST)Updated: Mon, 22 Nov 2021 05:06 PM (IST)
महाराजा अग्रसेन हास्पिटल की शुरुआत अप्रैल 2012 में हुई।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। मरीजों को धरती का भगवान कहा जाता है, क्योंकि वे मरीजों को नया जीवन देते हैं। ऐसे ही यदि ये चिकित्सक अपनी सेवाएं मुफ्त या फिर अल्प राशि में किसी संस्थान को दें, तो इंसानियत और मानवता की इससे अच्छी मिसाल और क्या हो सकती है। शहर के जीटीरोड स्थित अग्रसेवा सेवा सदन में गरीबों को मुफ्त उपचार के लिए संचालित महाराजा अग्रसेन हास्पिटल में ऐसे ही तमाम चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

loksabha election banner

2012 में हुई थी शुरुआत

महाराजा अग्रसेन हास्पिटल की शुरुआत अप्रैल 2012 में हुई। तब से सचवि सीए राजीव अग्रवाल के मार्गदर्शन में सुचारू व सौहाद्रपूर्ण वातावरण में गरीबों को उपचार मिल रहा है। यहां होम्योपैथी, एलोपैथी, आयुर्वेदिक, फिजियोथेरेपी आदि के विशेषज्ञ एक ही स्थान पर मिलते हैं। जो या तो अस्पताल को अपनी मुफ्त सेवाएं दे रहें हैं या फिर खर्च स्वरूप बेहद कम राशि पर है।

ये हैं चिकित्सक

  • वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डा. एस के गौड़ प्रतिदिन निश्शुल्क सेवार्थ यहां उपस्थित होते हैं। वह देहदान कर्त्तव्य संस्था के अध्यक्ष भी हैं। करीब पांच-छह साल से डा. ज्ञानेश शर्मा हड्डी रोगियों को फिजियोथेरेपी के माध्यम से लाभ पहुंचा रहे हैं। डा. आरके अशोका अग्रवाल हड्डियों के रोगियों को हर रविवार लंबे समय से देखते आ रहे हैं।
  • डा. राजकुमार द्विवेदी(आयुर्वेद) करीब पांच वर्षों से लगातार सेवारत हैं। डा. शिव शर्मा (एलोपैथिक) व डा. सज्जन कुमार(दंत विशेषज्ञ) भी रोजाना हास्पिटल में अपनी सेवा देने आते हैं। डा. कंचन गुप्ता(नेत्र विशेषज्ञ)मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को आती हैं। यहां केमिस्ट के रूप में अरुण शर्मा, संध्या नर्स व नदीम सहायक के रूप में लंबे समय से कार्यरत हैं।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.