दृढ निश्चय के साथ ही मिलती है सफलता Aligarh news
कस्बा छर्रा स्थित कोचिंग संस्थान श्रद्धा क्लासेज में एक दिवसीय मोटिवेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि रणवीर सिंह (रिटायर सूबेदार भारतीय सेना) और मुख्य वक्ता टिंकू शर्मामिथलेश ( राष्ट्रीय मोटिवेशनल स्पीकर ट्रेनर एवं लेखक) रहे।
अलीगढ़, जेएनएन : कस्बा छर्रा स्थित कोचिंग संस्थान श्रद्धा क्लासेज में एक दिवसीय मोटिवेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि रणवीर सिंह (रिटायर सूबेदार भारतीय सेना), और मुख्य वक्ता टिंकू शर्मा"मिथलेश" ( राष्ट्रीय मोटिवेशनल स्पीकर, ट्रेनर एवं लेखक) रहे।
लक्ष्य निर्धारित करें प्रतियोगी छात्र
इस अवसर पर टिंकू शर्मा ने प्रतियोगी परीक्षार्थियों को अपना लक्ष्य कैसे निर्धारित करें और कैसे प्राप्त करें, विषय पर उपयोगी सूत्रों को बताया। उन्हौने छात्रों के जीवन में लक्ष्य बनाने की उपयोगिता कितना जरुरी है, सफलता के लिये यह भी बताया। कोई भी छात्र अगर प्रतिदिन मेडिटेशन, विजुलाइज़ेशन और सेल्फ अफर्मेशन करता है तो अपना लक्ष्य आसानी से हासिल कर सकता है। प्रतिदिन मोटिवेटेड रहने के लिये जरुरी है अपना एक निश्चित लक्ष्य बनाया जाये और उसे प्राप्त करने के बारे मे सोचा जाये। उन्हौने बताया की जीवन में दृढ निश्चय के साथ सफलता प्राप्त की जा सकती हैं। छात्रों ने खूब तालियां बजाकर उनकी बातों को सुना।
असफलताओं से मिलती है सीख
सब इंस्पेक्टर अंशुल शर्मा ने कहा कि हमें जीवन में असफलताओं से सीख लेनी चाहिये और आगे बढना चाहिये। हमें असफलताओं से निराश नही होना चाहिये। प्रोफेसर सत्य प्रकाश प्राचार्य ने कहा कि प्रतियोगियों को नाकामयाबी से नही डरना चाहिये, उनका डट कर सामना करें। क्योंकि सफलता एक बार में मिल जाये जरुरी नहीं है। उन्हौने थोमस अल्वा एडिसन का उदाहरण देकर बताया की उन्हौने बल्ब का आविष्कार 1000वीं बार में किया था। अगर वो हार मान जाते तो शायद हम आजतक रौशनी में नही जी पाते। नेल्सन मण्डेला का उदाहरण देते हुए बताया कि उन्होंने कहा है कि शिक्षा वो शक्तिशाली हथियार है जिसके सामने सारे हथियार बोना साबित होते हैं। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम और डॉ भीम राव अम्बेडकर के जीवन से सीख लेनी चाहिये, उन्हौने अभावों में रहकर भी सफलता के उच्चतम शिखर को प्राप्त किया। हरिवंश राय बच्चन की कविता को प्रेरणा श्रोत बताकर उनकी कविता से सीख लेने को कहा...ना रुकेगा कभी तू ना थकेगा।
दृढ संकल्प करके आगे बढ़ें
विद्यार्थी अच्छी सोच दिमाग और दिल से सुने और आगे बढ़ें। दृढ संकल्प करके आगे बढ़ें। अच्छी किताबें पढें और आत्मविश्वाश के साथ आगे बढ़ें। परिस्थितियों से सीख लें उनका सामना करें। अच्छे बुरे में अन्तर को समझ कर सफलता की ओर बढ़ें। जो लोग निरंतर प्रयत्नशील रहते हैं वह जीवन में सफलता अवश्य प्राप्त कर पाते हैं। कुमारी निश्छल राजपूत ने कहा कि समाज में नारी को सम्मान दें, उन्हे आगे बढने में सहयोग करें। उनके प्रति अच्छी सोच रखकर अच्छा माहौल पैदा करें। जिससे नारी सशक्तीकरण का माहौल उत्पन्न हो। अशोक कुमार प्रधानाचार्य ने कहा कि श्रेष्ठ विद्यार्थी के पांच लक्षण होते हैं, काक चेष्टा बको ध्यानम, स्वान निद्रा तथैव च। अल्पाहारि गृह्त्यागी विद्यार्थी पन्च लक्षणं। लक्ष्मण देवेश कुमार( समी अध्यक्ष विजन वेल्फेयर फाऊंडेशन ऐंड चेरिटेबल ट्रस्ट रुखाला) ने कहा कि हमें समानता का भाव उत्पन्न करके आगे बढना चाहिये। हमें बुरी गंदी और अमानवीय सोच को बदलना होगा। अच्छी सोच के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर चलेंगे तो सफलता कदम चूमेगी। कार्यक्रम के आयोजक श्रद्धा क्लासेज के संस्थापक सतीश सर ने अपने संस्थान के प्रतियोगी परीक्षार्थियों को परीक्षा के प्रति जागरुक करने के लिये किया। कार्यक्रम का संचालन अमित कुमार ने ओजपूर्वज किया। कार्यक्रम में संस्थान के सैकड़ों छात्र एवं विकास यादव, अंकित पाठक, कृष्णा, मान्या, आदि मौजूद रहे।
सतीश सर ने भविष्य में इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन का वादा भी किया।