गूगल क्लासरूम के जरिये विद्यार्थियों की होगी मजबूत तैयारी, जानिए कैसे?
अलीगढ़ जागरण संवाददाता। जिले के माध्यमिक विद्यालय भी अब आधुनिकता के ट्रैक पर दौड़ पड़े हैं। लाकडाउन के समय में नए सत्र की पढ़ाई विद्यार्थियों को आनलाइन माध्यम से कराई गई। माध्यमिक कालेजों में अब आफलाइन पढ़ाई शुरू करा दी गई है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। जिले के माध्यमिक विद्यालय भी अब आधुनिकता के ट्रैक पर दौड़ पड़े हैं। लाकडाउन के समय में नए सत्र की पढ़ाई विद्यार्थियों को आनलाइन माध्यम से कराई गई। माध्यमिक कालेजों में अब आफलाइन पढ़ाई शुरू करा दी गई है। हालांकि माध्यमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राएं आधुनिक संसाधनों से लैस नहीं होते मगर जो जिसके पास जैसी सुविधा है उसको उस स्तर से पढ़ाने का खाका तैयार किया गया है।
अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं कराने का फरमान जारी
नवंबर के तीसरे सप्ताह से यूपी बोर्ड की अर्धवार्षिक परीक्षाएं कराने का फरमान बोर्ड से जारी हुआ है। इसलिए अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं की मजबूत तैयारी विद्यार्थियों को कराने के लिए प्रधानाचार्य उन्हें आनलाइन प्लेटफार्म का सहारा भी लेना शुरू किया है। गूगल क्लास रूम के जरिए विद्यार्थियों को आनलाइन माध्यम से भी तैयारी कराई जाएगी। हालांकि विद्यालयों में बुलाकर विद्यार्थियों को पढ़ाई व परीक्षाओं की तैयारी कराई जा रही है। जो विद्यार्थी आनलाइन कक्षाओं से जुड़ने में अक्षम हैं उनको कालेज में तैयारी कराई जा रही है।
तीन कैटेगरी में बांटा गया विद्यार्थियों को
डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि, विद्यार्थियों को तीन कैटेगरी में बांटा गया है। कंप्यूटर व इंटरनेट की सुविधा वाले विद्यार्थी, मोबाइल पर वाट्सएप सुविधा वाले विद्यार्थी और तीसरे वो जिनके पास बटन वाले फोन हैं व इंटरनेट भी उपयोग नहीं कर सकते। प्रधानाचार्यों संग बैठक कर निर्देशित किया गया है कि, छात्र-छात्राओं को आनलाइन माध्यम से पढ़ाने व परीक्षा की तैयारी कराई जाए। टीआर इंटर कालेज, बाबूलाल जैन इंटर कालेज, डीएवी कालेज आदि में गूगल क्लासरूम के जरिए कक्षाएं लगाने की व्यवस्थाएं हैं। इनके अलावा जिन छात्र-छात्राओं की गूगल क्लासरूम से पढ़ाई नहीं हो रही उनको वाट्सएप ग्रुप से जोड़कर परीक्षा की तैयारी व पढ़ाई कराने का काम किया जाएगा। कहा कि जो विद्यार्थी आनलाइन माध्यम से तैयारी करने में सक्षम है उनको आनलाइन माध्यम से माडल पेपर व नोट्स आदि उपलब्ध कराए जाएं। जो विद्यार्थी आनलाइन माध्यम से जुड़ने में सक्षम नहीं है और किसी विषय में कमजोर हैं तो उनको विद्यालय में ही अतिरिक्त कक्षा लगाकर परीक्षा की बेहतर तैयारी कराई जाए। इस संबंध में सभी कालेजों के प्रधानाचार्य को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिले में 94 एडेड, 35 राजकीय व करीब 680 वित्तविहीन कालेज हैं। यहां के विद्यािर्थयों को आनलाइन माध्यम से परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी।