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लिखित या प्रयोगात्मक परीक्षा देने आएंगे अलीगढ़ में विद्यार्थी

माध्यमिक व उच शिक्षा संस्थानों में परीक्षार्थियों के लिए नहीं लगाई गई है पाबंदी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 07:01 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 07:01 PM (IST)
लिखित या प्रयोगात्मक परीक्षा देने आएंगे अलीगढ़ में विद्यार्थी
लिखित या प्रयोगात्मक परीक्षा देने आएंगे अलीगढ़ में विद्यार्थी

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में एक बार फिर स्कूल-कालेजों को 23 जनवरी तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षकों को भी केवल चुनाव या वैक्सीनेशन संबंधी कार्यों के लिए विद्यालय आना है। मगर किसी विद्यालय में परीक्षा कार्य पूर्व निर्धारित हैं तो परीक्षार्थी लिखित या प्रयोगात्मक परीक्षा देने स्कूल-कालेज आ सकते हैं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) से संबद्ध कई स्कूलों में विद्यार्थियों की परीक्षाएं 18 जनवरी से शुरू हो गई हैं। वहीं माध्यमिक विद्यालयों में भी विद्यार्थियों की प्री-बोर्ड परीक्षाएं कराई जानी हैं। कई विद्यार्थियों के प्रैक्टिकल भी होने हैं। ऐसे में जिन विद्यालयों में लिखित या प्रयोगात्मक परीक्षाएं पूर्व से निर्धारित हैं। उनको विद्यालय बुलाया जा सकता है। डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि विद्यालय संचालकों पर निर्भर करता है कि वो आनलाइन या आफलाइन किस माध्यम से परीक्षाएं करा सकते हैं। अगर किसी स्कूल संचालक को लगता है कि आनलाइन माध्यम से परीक्षा कराई जा सकती है तो विद्यार्थियों को स्कूल न बुलाया जाए। अगर कहीं आनलाइन परीक्षा में समस्या हो तो कोविड-19 गाइडलाइंस के पालन के साथ केवल परीक्षा के लिए छात्र-छात्राओं को बुलाया जा सकता है। इस संबंध में शासन के भी निर्देश हैं। बताया कि इस संबंध में सभी प्रधानाचार्यों को पत्र जारी किया जा चुका है। मगर पूर्व नियोजित परीक्षा कार्यक्रम से अलग शिक्षण के लिए विद्यार्थियों को बुलाया गया तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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गरु-शिष्य दोनों आए आनलाइन के दायरे में

जासं, अलीगढ़ : बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी व उनको पढ़ाने वाले गुरुजी दोनों आनलाइन माध्यम के दायरे में आ गए हैं। विद्यार्थियों को गुरुजी आनलाइन पढ़ाई कराएंगे और खुद गुरुजी प्रदेशस्तरीय कविता लेखन प्रतियोगिता में भागीदारी करेंगे। कविता का सृजन कर आनलाइन माध्यम से उसको शासन स्तर पर प्रेषित करेंगे।

राज्य हिदी संस्थान उत्तर प्रदेश वाराणसी की ओर से ये आयोजन कराया जा रहा है। बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने बताया कि नई शिक्षा नीति-2020 के तहत स्थानीय भाषाओं के महत्व को बताते हुए शिक्षण कार्य कराने की योजना बनाई गई है। इसलिए शिक्षकों के बीच स्थानीय भाषा में कविता लेखन प्रतियोगिता को माध्यम बनाया गया है। शिक्षकों को अपनी कविताओं की प्रविष्टियों को राज्य हिदी संस्थान की वेबसाइट पर आनलाइन माध्यम पांच फरवरी 2022 तक भेजनी हैं। उत्कृष्ट लेखन करने वाले को प्रदेशस्तर पर सम्मानित किया जाएगा।


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