जेल में गर्भवती महिला व बच्चों का विशेष ख्याल, दूध के साथ दिया जा रहा काढ़ा Aligarh news
बैरक में गर्भवती और बच्चों का ख्याल रखने को विशेष इंतजाम किए गए हैं। महिला बंदियों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है।
अलीगढ़, [जेएनएन]। जेल में कैदियों की देखभाल की परंपरा भी कोरोना काल में बदल गई है। यहां अब सैकड़ों मुलाकाती नहीं दिखते। नए बंदियों के लिए अलग बैरक है, तो पुराने सतर्कता में ढल गए हैं। बैरक में गर्भवती और बच्चों का ख्याल रखने को विशेष इंतजाम किए गए हैं। उन्हें दूध के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए काढ़ा भी दिया जा रहा है। महिला बंदियों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है।
125 महिला बंदियों में एक गभर्वती
जिला जेल में लॉकडाउन से पहले करीब 3300 बंदी व कैदी थे। हाथरस व अलीगढ़ के बंदी व कैदियों के चलते दबाव था। इनमें 125 महिलाएं हैं, जिनमें एक गर्भवती है। कोरोना काल में महिला बंदियों को सुबह-शाम काढ़ा पिलाया जा रहा है। जेल अस्पताल के डॉक्टर महिला बंदियों का चेकअप करते हैं। वरिष्ठ जेल अधीक्षक आलोक ङ्क्षसह ने बताया कि गर्भवती बंदी का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। इनके लिए अलग से खाना आता है। दूध, कैल्शियम, प्रोटीन व आयरन आदि का ध्यान रख रहे हैं। रोज चेकअप कराते हैं।
12 मासूम भी : जेल में 12 महिलाएं अपने बच्चे के साथ रह रही हैं। सभी बच्चे छह साल से कम उम्र के हैं। इनमें सिर्फ एक पांच माह का है। बच्चों के लिए दूध, बिस्किट की अलग से व्यवस्था है। बच्चों के खेलने के लिए खिलौने भी हैं। यहां शिक्षिका बच्चों को पढ़ाती भी हैं।
सैनिटाइजेशन किया, मास्क व काढ़ा बांटा
कांग्रेस के पूर्व विधायक विवेक बंसल ग्र्रामीण क्षेत्रों में जाकर कोरोना से बचाव के लिए सैनिटाइजेशन करा रहे हैं। पिता हरप्रसाद भैयाजी की स्मृति में कोल विधानसभा क्षेत्र के ग्राम गोकुलपुर, ग्राम नगला ढक, ग्राम नगला पतेल आदि मेंं लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कराई। इसके साथ ही ग्रामीण वासियों मास्क व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा बांटा गया।